ETV Bharat / state

कोरबा में सिस्टम पानी पानी: कटघोरा में जल के लिए भारी जद्दोजहद, फिर भी नसीब होता ढोढ़ी का पानी

एक तरफ भीषण गर्मी तो दूसरी तरफ पानी की एक एक बूंद के लिए कई किलोमीटर का सफर. यह कोरबा के कटघोरा के लोगों की कहानी है. जो पानी के लिए घंटों यात्रा करने को मजबूर हैं. उसके बावजूद भी उन्हें पीने के लिए साफ जल नसीब नहीं हो रहा. दूसरी तरफ सिस्टम इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने की बजाय सिर्फ अपनी ढपली अपना राग अलाप रहा है

water problem in korba
कटघोरा में जल के लिए भारी जद्दोजहद
author img

By

Published : Apr 22, 2022, 9:54 PM IST

Updated : Apr 22, 2022, 11:23 PM IST

कोरबा: नगर पालिका परिषद कटघोरा के कई वार्ड गांव जैसे प्रतीत होते हैं. केंद्र सरकार की जल आवर्धन योजना हो या फिर राज्य की नल जल किसी भी योजना से यहां के लोगों को को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. हालात यह है कि कटघोरा क्षेत्र के वार्डवासी ढोढ़ी से पानी लेकर आते हैं. खासतौर पर वार्ड क्रमांक सुराबहार की महिलाएं सुबह घर से पानी लेने निकलती हैं. उसके बाद गड्ढे से मटमैला पानी लेकर घंटों का सफर तय कर वापस लौटती हैं. इसी तरह के पानी का उपयोग यहां के निवासी अपने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए करते हैं.

पानी के लिए लंबा सफर करते ग्रामीण
टैंकर का पानी भी नियमित नहीं होता नसीब : वार्ड क्रमांक 7 झंडा चौक की महिला सुनीता हो या फिर नाज़मा सभी की समस्याएं एक हैं. महिलाओं का कहना है कि, दिन का 2 से 3 घंटा पानी का इंतजाम करने में ही चला जाता है. सुबह घर से पानी के लिए निकलते हैं और वापस आते आते घंटों बीत जाते हैं. कुछ महिलाएं तो ऐसी हैं जो पानी का पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाने की वजह से मजदूरी नहीं कर पा रही हैं. सुबह जब मजदूरी के लिए साइट पर पहुंचना होता है, तब वह पानी के इंतजाम में लगी रहती हैं. जिसके कारण वह समय पर मजदूरी करने नहीं पहुंच पाती, ऐसे में उन्हें मजदूरी का नुकसान भी हो रहा है.

कोरबा के कटघोरा में पानी की किल्लत, पानी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

वार्ड के लोगों ने कई बार किया प्रदर्शन: नाज़मा बताती है कि, मोहल्ले में जो 1 बोर है वह पूरी तरह से सूख गया है. यहां से एक बाल्टी पानी मिलना भी मुश्किल है. इसलिए ढोढ़ी से पानी लाना मजबूरी के साथ ही साथ एक मात्र पानी का साधन है. कुछ दिन पहले मोहल्लेवासियों ने पालिका का घेराव किया था. जिसके बाद टैंकर आया. लेकिन वह भी नियमित तौर पर यहां नहीं आता. जिसके कारण पानी की किल्लत बनी रहती है. बेहद मुश्किल से हमें पीने का पानी मिलता है. हमें रोज इसी जद्दोजहद से गुजरना पड़ता है.

गर्मी में दोगुनी परेशानी : गर्मी के मौसम में यहां के वार्ड वासियों को दोगुनी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एक तो गर्मी में पानी के लिए घंटों का सफर तो, दूसरी तरफ जो नल मोहल्ले में मौजूद हैं. वह पूरी तरह से सूख चुके हैं. जिसके कारण परेशानी दोगुनी हो गई है. ओवरहेड टैंक लगा लेकिन वह कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गया है. वार्ड क्रमांक 7 के ही अशोक तिवारी बताते हैं कि जब कोरोना की पहली लहर आई थी. तब भी यहां पानी के लिए मारामारी रहती थी. तत्कालीन कलेक्टर वार्ड में आई थी और उन्होंने ओवरहेड टैंक लगाने के निर्देश दिए. पालिका ने ओवरहेड टैंक तो स्थापित कर दिया है. लेकिन इसमें पानी कैसे भरेगा इसका इंतजाम नहीं किया. कुछ दिन पालिका ने टैंकर के माध्यम से इसमें पानी भरा. ओवरहेड टंकी के जरिए घर-घर तक पहुंचाने के लिए जो पाइप लाइन बिछाई गई थी. उसे मानो जमीन पर ही रख दिया गया था. जबकि गड्ढा खोदकर इसे कम से कम 2 फीट नीचे रखा जाना चाहिए. जानवरों और गाड़ी के आने से यह पाइप फट गई. अव्यवस्था के साथ ही खराब इंतजाम के कारण अब पाइप पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. जिसके कारण ओवरहेड टैंक अब किसी काम का नहीं है.

नल-जल योजना ठप: देवरमाल गांव में 1 किमी दूर से पानी लाने को मजबूर हैं ग्रामीण

शिकायत करने के बाद भी नहीं हुआ समाधान: वार्ड के लोगों का कहना ह कि हमने लोक सुराज अभियान से लेकर अब तक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखे. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. लिखित आश्वासन भी मिला कि पानी का इंतजाम होगा, लेकिन आज तक इस मामले में कुछ नहीं हो सका. नगर पालिका परिषद कटघोरा में कुल 15 वार्ड में जिनमें से अधिकतर पार्षद कांग्रेसी हैं. नगर पालिका परिषद कटघोरा के अध्यक्ष रतन मित्तल कांग्रेसी पृष्ठभूमि के हैं. जोकि लगातार दूसरी बात चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने हैं. पालिका अध्यक्ष मित्तल से पानी की समस्या को लेकर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

समस्या दूर करने का है प्रयास : नगर पालिका परिषद कटघोरा के सीएमओ ज्ञान कुंज कुलमित्र ने कहा कि, वार्ड क्रमांक 7 के निवासियों ने कुछ दिन पहले पालिका का घेराव किया था. उनकी समस्या के विषय में हमें मालूम है. टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति भी की जाती है. गर्मी में समस्या बढ़ी जरूर है. कटघोरा में एनएच का काम भी चल रहा है. जिसके कारण रास्तों की खुदाई की गई है. इससे टैंकर को दुर्गम स्थान तक पहुंचाने में समस्या होती है. हालांकि फिर भी समस्या के समाधान करने का प्रयास जारी है. लेकिन समस्या का समाधान कब होगा यह वह नहीं बता सके.

कोरबा: नगर पालिका परिषद कटघोरा के कई वार्ड गांव जैसे प्रतीत होते हैं. केंद्र सरकार की जल आवर्धन योजना हो या फिर राज्य की नल जल किसी भी योजना से यहां के लोगों को को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. हालात यह है कि कटघोरा क्षेत्र के वार्डवासी ढोढ़ी से पानी लेकर आते हैं. खासतौर पर वार्ड क्रमांक सुराबहार की महिलाएं सुबह घर से पानी लेने निकलती हैं. उसके बाद गड्ढे से मटमैला पानी लेकर घंटों का सफर तय कर वापस लौटती हैं. इसी तरह के पानी का उपयोग यहां के निवासी अपने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए करते हैं.

पानी के लिए लंबा सफर करते ग्रामीण
टैंकर का पानी भी नियमित नहीं होता नसीब : वार्ड क्रमांक 7 झंडा चौक की महिला सुनीता हो या फिर नाज़मा सभी की समस्याएं एक हैं. महिलाओं का कहना है कि, दिन का 2 से 3 घंटा पानी का इंतजाम करने में ही चला जाता है. सुबह घर से पानी के लिए निकलते हैं और वापस आते आते घंटों बीत जाते हैं. कुछ महिलाएं तो ऐसी हैं जो पानी का पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाने की वजह से मजदूरी नहीं कर पा रही हैं. सुबह जब मजदूरी के लिए साइट पर पहुंचना होता है, तब वह पानी के इंतजाम में लगी रहती हैं. जिसके कारण वह समय पर मजदूरी करने नहीं पहुंच पाती, ऐसे में उन्हें मजदूरी का नुकसान भी हो रहा है.

कोरबा के कटघोरा में पानी की किल्लत, पानी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

वार्ड के लोगों ने कई बार किया प्रदर्शन: नाज़मा बताती है कि, मोहल्ले में जो 1 बोर है वह पूरी तरह से सूख गया है. यहां से एक बाल्टी पानी मिलना भी मुश्किल है. इसलिए ढोढ़ी से पानी लाना मजबूरी के साथ ही साथ एक मात्र पानी का साधन है. कुछ दिन पहले मोहल्लेवासियों ने पालिका का घेराव किया था. जिसके बाद टैंकर आया. लेकिन वह भी नियमित तौर पर यहां नहीं आता. जिसके कारण पानी की किल्लत बनी रहती है. बेहद मुश्किल से हमें पीने का पानी मिलता है. हमें रोज इसी जद्दोजहद से गुजरना पड़ता है.

गर्मी में दोगुनी परेशानी : गर्मी के मौसम में यहां के वार्ड वासियों को दोगुनी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एक तो गर्मी में पानी के लिए घंटों का सफर तो, दूसरी तरफ जो नल मोहल्ले में मौजूद हैं. वह पूरी तरह से सूख चुके हैं. जिसके कारण परेशानी दोगुनी हो गई है. ओवरहेड टैंक लगा लेकिन वह कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गया है. वार्ड क्रमांक 7 के ही अशोक तिवारी बताते हैं कि जब कोरोना की पहली लहर आई थी. तब भी यहां पानी के लिए मारामारी रहती थी. तत्कालीन कलेक्टर वार्ड में आई थी और उन्होंने ओवरहेड टैंक लगाने के निर्देश दिए. पालिका ने ओवरहेड टैंक तो स्थापित कर दिया है. लेकिन इसमें पानी कैसे भरेगा इसका इंतजाम नहीं किया. कुछ दिन पालिका ने टैंकर के माध्यम से इसमें पानी भरा. ओवरहेड टंकी के जरिए घर-घर तक पहुंचाने के लिए जो पाइप लाइन बिछाई गई थी. उसे मानो जमीन पर ही रख दिया गया था. जबकि गड्ढा खोदकर इसे कम से कम 2 फीट नीचे रखा जाना चाहिए. जानवरों और गाड़ी के आने से यह पाइप फट गई. अव्यवस्था के साथ ही खराब इंतजाम के कारण अब पाइप पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. जिसके कारण ओवरहेड टैंक अब किसी काम का नहीं है.

नल-जल योजना ठप: देवरमाल गांव में 1 किमी दूर से पानी लाने को मजबूर हैं ग्रामीण

शिकायत करने के बाद भी नहीं हुआ समाधान: वार्ड के लोगों का कहना ह कि हमने लोक सुराज अभियान से लेकर अब तक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखे. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. लिखित आश्वासन भी मिला कि पानी का इंतजाम होगा, लेकिन आज तक इस मामले में कुछ नहीं हो सका. नगर पालिका परिषद कटघोरा में कुल 15 वार्ड में जिनमें से अधिकतर पार्षद कांग्रेसी हैं. नगर पालिका परिषद कटघोरा के अध्यक्ष रतन मित्तल कांग्रेसी पृष्ठभूमि के हैं. जोकि लगातार दूसरी बात चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने हैं. पालिका अध्यक्ष मित्तल से पानी की समस्या को लेकर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

समस्या दूर करने का है प्रयास : नगर पालिका परिषद कटघोरा के सीएमओ ज्ञान कुंज कुलमित्र ने कहा कि, वार्ड क्रमांक 7 के निवासियों ने कुछ दिन पहले पालिका का घेराव किया था. उनकी समस्या के विषय में हमें मालूम है. टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति भी की जाती है. गर्मी में समस्या बढ़ी जरूर है. कटघोरा में एनएच का काम भी चल रहा है. जिसके कारण रास्तों की खुदाई की गई है. इससे टैंकर को दुर्गम स्थान तक पहुंचाने में समस्या होती है. हालांकि फिर भी समस्या के समाधान करने का प्रयास जारी है. लेकिन समस्या का समाधान कब होगा यह वह नहीं बता सके.

Last Updated : Apr 22, 2022, 11:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.