कोरबा : करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत सलिहाभाठा, पकरिया हलके में पदस्थ पटवारी के रिश्वत लेने की शिकायत ग्रामीणों ने की थी. शिकायत के बाद कलेक्टर ने इसकी जांच के लिए टीम का गठन किया था. रविवार को जांच टीम ने गांव का दौरा किया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता उन लोगों का बयान लेने की बजाय आरोपी पटवारी के बताए गए लोगों से बयान लेकर लौट गई. इस बात की ग्रामीण अब फिर से शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं.
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ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी विकास जायसवाल ने फौती काटने के नाम पर सत्यनारायण वरकरे से 20 हजार रुपये की मांग की थी, जबकि उपसरपंच रमेश सिंह पटेल के रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण के नाम पर 10 हजार रुपए ले लिए हैं. इस तरह कन्हैयालाल से जमीन प्रमाणीकरण के लिए राशि ली गई है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पटवारी बगैर रुपये के कोई भी काम नहीं करता. स्थानीय जनप्रतिनिधियों के काम भी बिना रिश्वत के नहीं हो पाते. सरपंच का कहना है कि जब जनप्रतिनिधियों से पटवारी पैसे ले लेता है, तो आम लोगों का क्या होगा.
जांच दल पर भी उठाए सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि पटवारी की शिकायत के बाद जांच टीम गांव में पहुंची. जिन्होंने पटवारी की शिकायत की थी, उनका बयान लेने के बजाय टीम ने पटवारी के बताए ग्रामीणों का बयान लिया है.