कोरबा: जिले में स्थित SECL दीपका क्षेत्र के अर्जित ग्राम मलगांव के ग्रामीणों ने SECL के जीएम माइनिंग शशांक कुमार देवांगन और उनके मैनेजर मनोज कुमार पर हमला बोलते हुए उन्हें बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने फिलहाल SECL के जीएम को छोड़ दिया है, लेकिन विवाद जारी है.
घटना दीपका क्षेत्र के खदान की विस्तार से संबंधित है. दीपका के अधिकारी खदान के विस्तार के लिए अधिग्रहित भूमि में ओवरबर्डन (मिट्टी) को हटाने के लिए साइट देखने गए थे, इस काम में मलगांव का निस्तारी तालाब मुख्य रूप से बाधा था, जिसको समतलीकरण करने के लिए अधिकारी अपने कर्मचारियों को निर्देशित करने गए थे, लेकिन गांववालों को जब उसकी खबर चली, तो ग्रामीणों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया. जब स्थिति बिगड़ने लगी, तो अधिकारियों ने इसकी सूचना थाने में दी, जिसके बाद दीपका टीआई दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गांववालों को समझाइश देते हुए अफसरों को ग्रामीणों के बंधन से रिहा कराते हुए वापस ले आए.
जमीन एसईसीएल कर चुकी है अधिग्रहित
जीएम शशांक कुमार देवांगन ने बताया कि वह जमीन एसईसीएल की ओर से अधिग्रहित की जा चुकी है, जिस पर खदान के विस्तार के लिए तलाब को हटाना बहुत जरूरी है, नहीं तो हम अपने लक्ष्य से पिछड़ जाएंगे. इसी उद्देश्य को लेकर हम लोग मलगांव गए थे, लेकिन ग्रामीणों ने हम पर हमला बोल दिया. दीपका पुलिस ने उनको ग्रामीणों के कब्जे से छुड़ाकर लाई है.
एसईसीएल की वादाखिलाफी से ग्रामीण परेशान
अब यहां सोचने वाली बात यह है कि जब एसईसीएल की ओर से मलगांव ग्राम की भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है, तो एसईसीएल के अधिकारी को रात के 9 बजे जाने की ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी थी, जो वह दिन में नहीं जा सकते थे. वहीं गांववालों का कहना है कि वो SECL की ओर से की गई वादाखिलाफी से परेशान हैं.