कोरबा: लैंको पावर प्लांट प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. लैंको पावर प्लांट में ट्रक चालक शिपरनाथ की मौत के बाद प्रबंधन ने उसे बेहोश बताकर अस्पताल भेज दिया और उसके परिजनों को इसकी सूचना दी. परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने शिपरनाथ को मरा हुआ पाया. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने लैंको प्रबंधन पर झूठी जानकारी देने और बात को दबाने का आरोप लगाया है. केस में परिजनों ने पुलिस से जांच की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की सुबह शिपरनाथ का शव उसके ट्रक के पास मिला था. ट्रक चालकों ने इसकी सूचना लैंको प्रबंधन और उरगा पुलिस को दी. लैंको प्रबंधन ने उसे जिंदा समझ कर जिला अस्पताल भेज दिया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के पुत्र सूरज भगत ने आरोप लगाया है कि लैंको प्रबंधन ने झूठी जानकारी देकर सीधा जिला अस्पताल बुला लिया जबकि उसकी मौत पावर प्लांट में ही हो चुकी थी.
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इस घटना पर उरगा थाना प्रभारी लखन पटेल का कहना है कि मृतक शिपरनाथ की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है इसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आ पाएंगे.