कोरबाः फाल्गुन पूर्णिमा के साथ तापमान का पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते कई तरह की समस्याएं लोगों को परेशान कर रही है. चिकित्सकों का कहना है कि किसी भी काम पर निकलने के समय सुरक्षा के साधनों का उपयोग किया जाए. लोगों को कोशिश भी करनी चाहिए की हर 1 घंटे पर पानी का उपयोग जरूर करें.
अप्रैल की शुरुआत के साथ गर्मी के तेवर जिस तरह से दिखाई दे रहे हैं. उससे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में लोगों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ने वाली हैं. इस दौर में कामकाज पर काफी असर पड़ रहा है. साथ ही जनजीवन भी इससे प्रभावित हो रहा है.
कोरबा में तापमान ज्यादा
औद्योगिक नगरी कोरबा में दूसरे उद्योगों की उपस्थिति के कारण अन्य क्षेत्रों की तुलना में यहां तापमान कुछ ज्यादा ही है. गर्मी के मौसम को देखते हुए अस्पतालों में पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. मौसमी बीमारियों से परेशान लोग उपचार के लिए सरकारी और निजी अस्पताल का रुख कर रहे हैं. अस्पतालों में भीड़ देखने से ही पता चल रहा है कि लोग गर्मी से किस तरह से परेशान हैं.
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गर्मी ने बढ़ाई चिंता
मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आरके दिव्य ने बताया कि मौसम के जो तेवर वर्तमान में बने हुए हैं, उन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता है. लोगों को खाली पेट बाहर निकलने से बचना होगा. दिन में अधिकतम पानी का उपयोग करने के साथ सुरक्षा के उपायों पर भी ध्यान देना होगा. इस सीजन में लू लगने के मामले भी प्रकाश में आते हैं. शरीर में दर्द होना और बार-बार प्यास लगना इसके प्रमुख लक्षण होते हैं.
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स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति
कोरबा में यह बात अच्छी है कि पानी की समस्या शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं है. नगर निगम के साथ-साथ नगरीय निकायों और पंचायतों ने अपने आसपास में फिल्टर प्लांट लगा रखे हैं. जिनके माध्यम से लोगों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. इसके अलावा दूरदराज के क्षेत्रों में नल-जल प्रदाय योजना और सोलर सिस्टम से पानी की आपूर्ति की जा रही है.