कोरबा: स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल(SAGES), पंप हाउस कोरबा के 2 बच्चों ने अपने तेज आईक्यू के बल पर लंबी छलांग लगाई है. बच्चों ने इंडियन नेवी द्वारा आयोजित क्विज प्रतियोगिता थिंक 2022 के अंतिम 16 में अपना स्थान बनाया है. SAGES के बच्चों ने देशभर से 7300 स्कूलों के 14000 प्रतिभागियों को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की है. छत्तीसगढ़ में यह इकलौती टीम है. जिसने राष्ट्रीय स्तर की नेवी द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में अपना स्थान पक्का किया है. क्विज प्रतियोगिता में चयनित 12वीं की खुशी चौहान और 11वीं के छात्र आदित्य साहू 4 कठिन राउंड के बाद सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. अब अंतिम 16 टीमों के बीच एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य में सेमीफाइनल और फाइनल का आयोजन होगा. जिसके लिए बच्चे 20 नवंबर को छत्तीसगढ़ से पहले गोवा और फिर विक्रमादित्य करवार के लिए रवाना होंगे. आने जाने और रहने का पूरा खर्च भी इंडियन नेवी द्वारा ही वहन किया जाएगा. (Nevy Quiz Competition Think 2022)
यह भी पढ़ें: cyber fraud in chhattisgarh: ई कॉमर्स साइट से खरीदारी के वक्त रहें सावधान, फ्रॉड से ऐसे बचें !
दोनों बच्चों के पास कमाल का आइक्यू लेवल: Thinkq क्विज प्रतियोगिता में क्वालीफाई करने वाले दोनों छात्रों की गाइड टीचर दीप्ती पांडेय और जूही कुरैशी हैं. जूही ने बताया कि "इन दोनों ही बच्चों का चयन हमने इसलिए किया था, क्योंकि दोनों का आइक्यू लेवल कमाल का है. इस प्रतियोगिता में क्वालीफाई करने के लिए समय सीमा के भीतर एलिमिनेट अराउंड को पार करना पड़ता है. जिसके लिए हमने बच्चों की खास तैयारी करवाई थी. हमने दोनों बच्चों, प्रिंसिपल और शिक्षकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था और करंट अफेयर्स लेकर तमाम जानकारियां हम उस ग्रुप में साझा कर देते थे. इस तरह से हमने लगातार बच्चों की तैयारी करवाई. जिसका परिणाम यह रहा कि दोनों बच्चों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया गया है. यह हमारे स्कूल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. हम बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं."
जीवन में एक ही बार आता है ऐसा अवसर: प्रिंसिपल विवेक लांडे बच्चों के प्रदर्शन से काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि "इंडियन नेवी द्वारा आयोजित क्विज प्रतियोगिता में 7,300 स्कूल के छात्रों ने हिस्सा लिया था. इनमें से हमारे स्कूल के बच्चे अंतिम 16 सेमीफाइनल में अपना स्थान बनाया है. जो पहले गोवा जाएंगे वहां से उन्हें इंडियन नेवी के साथ 5 दिन समय बिताने का मौका मिलेगा. छत्तीसगढ़ से केवल हमारे स्कूल के बच्चों ने इस प्रतियोगिता में क्वालीफाई की है. न सिर्फ हमारे लिए बल्कि सभी के लिए यह गर्व का विषय है. जीवन में एक बार ही ऐसा होता रहता है. जब विक्रमादित्य जैसे एयरपोर्ट कैरियर में जाने का अवसर मिले. बच्चे वहां 5 दिन तक मौजूद रहेंगे. उम्मीद है कि सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन करेंगे."
क्या है इंडियन नेवी की THINKQ प्रतियोगिता : Thinkq प्रतियोगिता भारतीय नौसेना द्वारा देश भर के 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए आयोजित की जाती है. जिसमें किसी भी स्कूल के छात्र हिस्सा ले सकते हैं. 2 विद्यार्थियों की एक टीम बनाई जाती है. इसमें मॉक टेस्ट के अलावा दो राउंड एलिमिनेटर के होते हैं. जिसमें 30 प्रश्न पूछे जाते हैं. जिसका उत्तर देने के लिए 10 मिनट का समय छात्रों को मिलता है. इसके बाद क्वार्टर फाइनल राउंड होता है. और फिर सेमीफाइनल के लिए देश भर से 16 टीमों का चयन किया जाता है. प्रतियोगिता में जनरल नॉलेज के अलावा देश के इतिहास, संस्कृति, स्पोर्ट्स, एंटरटेनमेंट, साइंस टेक्नोलॉजी, विश्व लिटरेचर, आर्ट, करंट अफेयर्स से जुड़े प्रश्नों को पूछा जाता है.
ऑनलाइन प्रविष्टियों के आधार पर इंडियन नेवी प्रतियोगिता का आयोजन कराती है. सेमीफाइनल के लिए जो 16 टीम क्वालीफाई करती हैं. उनके बीच मुकाबला होता है. जिसका आयोजन इस साल एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर आयोजित किया गया है. आईएनएस विक्रमादित्य कर्नाटक के करवार तट पर है. सेमीफाइनल में पहुंचे 16 टीम के बच्चों को 5 दिन तक आईएनएस विक्रमादित्य पर समय बिताने का अवसर मिलेगा. इस दौरान इंडियन नेवी द्वारा उन्हें अपनी लाइफस्टाइल और इंडियन नेवी की गतिविधियों से भी रूबरू करवाया जाएगा.(Semi Finals and Finals Held on Aircraft Carrier INS Vikramaditya)
भारत के ताकत है आईएनएस विक्रमादित्य: आईएनएस विक्रमादित्य 20 स्टोरी वाला 284 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा विमान वाहक पोत है. 40,000 टन का एयरपोर्ट भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा और सबसे भारी पोत है. आईएनएस विक्रमादित्य को 2014 में रूस से 2.3 अरब डॉलर में खरीदा गया था. इसका बेस कर्नाटक के करवार पर स्थित है. तुलनात्मक तरीके से देखा जाए तो लंबाई लगभग 3 फुटबॉल मैदान के बराबर है और ऊंचाई 22 मंजिला इमारत के समान है. इस पर mig-29 लड़ाकू विमान सहित ध्रुव, चेतक हेलीकॉप्टर सहित 30 विमान और एंटी मिसाइल प्रणालियां तैनात रहते हैं. जिसके कारण इसके1,000 किलोमीटर के दायरे में लड़ाकू विमान और युद्धपोत नहीं फटक सकते हैं. जहां 1600 सैनिकों के क्रू मेंबर्स के लिए 18 मेगावाट जरनेटर से बिजली और ऑस्मोसिस प्लांट से 400 टन पीने का पानी उपलब्ध रहता है.