कोरबाः जिले में पहले से ही तेज बारिश हुई है, जिसकी वजह से पाली तहसील के ग्राम पंचायत रेंकी में 29 सितंबर को भारी बारिश से लीलागर नदी में बाढ़ आ गई और गांव में करीब छह फीट पानी भर गया. वहीं गांव कोल माइंस इलाके में बसे होने के कारण कोल माइंस के ब्लास्टिंग से टूटने लगे हैं. ग्रामीणों इस समस्या के समाधान के लिए कलेक्टर के पास पहुंचे.
बाढ़ में डूब गए थे मकान
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश की वजह से लीलागर नदी में बाढ़ के हालात बन गए थे, जिसकी वजह से उनके मिट्टी के मकाने पानी में डूब गए थे और बुरी तरह भीग चुके हैं. इसके अलावा कई मकान बारिश की वजह से ढह चुके हैं. पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें अपने परिवार सहित टूटे हुए मकानों में रहने के लिए मजबूर हैं.
कोल माइंस के ब्लास्टिंग से गिर रहे हैं मकान
ग्रामीणों ने बताया कि उनका गांव दीपका कोल माइंस क्षेत्र में आता है, जहां माइंस में दिन में तीन से चार बार ब्लास्टिंग किया जाता है. इस वजह से उनके मकान ढह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर वे कई बार दीपका SECL ऑफिस गए हैं, लेकिन वहां उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया. ग्रामीणों ने कलेक्टर के पास जाकर क्षतिपूर्ति की मांग दीपका SECL प्रबंधन से की है. ग्रामीणों ने मांग पर दस दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं किए जाने पर तो महाप्रबंधक कार्यालय के समाने विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है.