कोरबा: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने पर राज्यसभा सरोज पांडे (Rajya Sabha MP Saroj Pandey) ने जमकर हमला बोला. उन्होंने एक के बाद एक कांग्रेस सरकार (Bhupesh baghel government) की नाकामियां गिनाईं. ETV भारत से खास बातचीत में सरोज पांडेय ने इशारों-इशारों में कहा कि 'जिन्हें कांग्रेस में मौका नहीं मिल रहा है, उन्हें विचार करना चाहिए कि पार्टी में उनका क्या स्थान है ? अगर कोई भाजपा में आना चाहता है, तो हम उनका स्वागत करते हैं.' छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा जोरों पर है. अगले टर्म के लिए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singh Deo) के नाम की चर्चा हमेशा होती रही है.
ETV भारत के सवाल और राज्यसभा सांद सरोज पांडेय के जवाब-
सवाल- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, कई तरह की चर्चाएं हैं, आप क्या सोचती हैं?
जवाब- कांग्रेस पार्टी ने यदि नेतृत्व में 50-50 का फॉर्मूला रखा है, तो उन्हें इसे पूरा करना चाहिए. यह हम लोगों की मांग भी है, ऐसा कह सकते हैं. शीर्ष नेतृत्व ने जब 50-50 की बात कही होगी तब दोनों नेतृत्वकर्ताओं की क्षमताओं का आंकलन भी किया होगा. जिन्हें मौका नहीं मिल रहा है, उन्हें विचार करना चाहिए कि उनका पार्टी में क्या स्थान है ?
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सवाल- हाल ही में रमन सिंह (Raman Singh) जी ने इस मामले में ट्वीट किया और मामले को फिर से गर्म कर दिया, तो क्या भाजपा भी इस मुद्दे की आड़ में कोई राजनैतिक जमीन तलाश रही है ?
जवाब- कोई राजनीतिक जमीन तलाशने का प्रश्न नहीं है, बस लोग अपना घर संभालें. अगर कोई आना ही चाहता है तो हम उसका स्वागत करते हैं. इसमें हम जमीन क्यों तलाशेंगे ?
सवाल- आपस की इस खींचतान में है कहीं ना कहीं नुकसान जनता का हो रहा है, आपको क्या लगता है?
जवाब- पूरा कमाल केवल एक व्यक्ति का है, पूरे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में केवल एक ही व्यक्ति दिखाई देता है. एक ही व्यक्तित्व दिखता है. पूरी पार्टी में जिस तरह के हालात हैं, वह सबको सुनाई पड़ते हैं.
सवाल- आप राज्यसभा सांसद हैं, यहां से लोकसभा की सांसद ज्योत्सना महंत (Jyotsana Mahant) भी नेतृत्व कर रही हैं, उनकी सक्रियता के सवाल पर आप क्या कहेंगी?
जवाब- यह मैं पूरी तरह से क्षेत्र की जनता पर छोड़ती हूं. जिन अपेक्षाओं के साथ जनता ने उन्हें जिताया है, वह उस पर खरे उतरें. सभी का एक निश्चित समय होता है. उस निश्चित समय में जनता यह तय कर लेगी कि सांसद कितने सक्रिय हैं ?
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सवाल- डीएमएफ फंड (DMF) के लिए संशोधन केंद्र सरकार ने किया, जिले का फंड जिले में उपयोग होगा ऐसा तय हुआ है. लेकिन हमेशा इसे लेकर सुर्खियां बनी रहती हैं?
जवाब- वर्तमान की सरकार ने इस पर निर्णय किया था और वह बिल्कुल भी उचित नहीं था. केंद्र सरकार ने फिर से इसमें नए सिरे से निर्णय लिया है और एक शुरुआत की है. यह स्वाभाविक बात है कि जो जिले का पैसा है, वह जिले में उपयोग हो. उससे जिले का विकास हो, जिलेवासियों को अपेक्षा रहती है उन अपेक्षाओं को फंड से पूरा किया जाना चाहिए.