कोरबा: कोरोना वायरस के बढ़ते केसों से जिला प्रशासन परेशान है. कोरोना पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन के साथ ही अब प्रशासन ने हर दिन 350 टेस्ट करने की योजना बनाई है. हालांकि ये भी माना जा रहा है कि यह आसान नहीं होगा. इसके लिए खास तौर पर स्वास्थ्य विभाग को बेहद तेजी से काम करना होगा.
कोरोना वायरस संक्रमितों की पहचान करने के लिए जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जांच तेज की जाएगी. कलेक्टर किरण कौशल ने कोरोना की जांच के लिए हर दिन सैंपल एकत्र करने की सीएमएचओ कार्यालय की योजना पर सहमति दे दी है.
हर दिन करीब 350 जांच सैंपल लेने का लक्ष्य
कलेक्टर किरण कौशल ने कोरोना की जांच के लिए सैंपलिंग तेज करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने हर दिन लगभग 350 लोगों के सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजने का लक्ष्य भी तय किया है. कलेक्टर कौशल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को समय रहते पहचानने पर संक्रमित व्यक्ति को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल भेजा जा सकता है. साथ ही संक्रमण की पहचान हो जाने पर अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है, इसलिए जिले में कोरोना की जांच के लिए तेजी से लोगों के नमूने लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. योजना के तहत हर दिन करीब 350 के लगभग लोगों के सैंपल जांच के लिए लेने का लक्ष्य रखा गया है.
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए जाएंगे सैंपल
सीएमएचओ डॉक्टर बीबी बोर्डे ने बताया कि कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए प्राथमिकता के आधार पर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच के लिए लोगों के सैंपल लिए जाएंगे. हर दिन आरटीपीसीआर विधि से जांच के लिए 200, ट्रू नाॅट टेस्ट के लिए 60 और एन्टीजन आधारित रैपिड टेस्ट के लिए 100 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे.
सभी विकासखंडों में हर दिन होंगे टेस्ट
जिले के सभी विकासखंडों में हर दिन आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए 30-30, ट्रू नाॅट टेस्ट के लिए 8-8 और रैपिड एन्टीजन टेस्ट के लिए 15-15 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे. जिला चिकित्सालय में हर दिन 20-20 आरटीपीसीआर, 10-10 ट्रू नाॅट और 15-15 लोगों के रैपिड टेस्ट के लिए सैंपल लिए जाएंगे. कोरबा जिले के शहरी क्षत्रों में हर दिन आरटीपीसीआर विधि से जांच के लिए 30-30, ट्रू नाॅट टेस्ट के लिए 10-10 और एन्टीजन रैपिड टेस्ट के लिए 10-10 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे.
गर्भवती महिलाओं का कोरोना टेस्ट प्राथमिकता से किया जाएगा
कोविड प्रोटाकाॅल का पालन करते हुए विदेश यात्रा से लौटे लोगों, संक्रमित के संपर्क में आए स्वास्थ्यकर्मियों, दवाई दुकान विक्रेताओं, प्राइवेट क्लीनिकों के हेल्थ वर्करों सहित सैलून संचालकों, स्ट्रीट वेंडर्स, ऑटो-रिक्शा ड्राइवर्स, गर्भवती महिलाओं का कोरोना टेस्ट प्राथमिकता से किया जाएगा.
क्वॉरेंटाइन कर निगरानी में रखा जाएगा
जिला अस्पताल के फीवर क्लीनिक में इलाज के लिए आए हाई रिस्क मरीजों का भी तत्काल सैंपल लेकर कोरोना परीक्षण कराया जाएगा. ट्रक ड्राइवरों और एक्टिविटी कम्यूनिटी सर्विलांस के लिए भी सैंपलिंग की जाएगी. जांच के बाद कोरोना पाॅजिटिव पाए गए मरीजों की काॅन्टैक्ट हिस्ट्री पता कर उनके संपर्क में आए लोगों को भी क्वॉरेंटाइन कर निगरानी में रखा जाएगा. साथ ही कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को तत्काल इलाज के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.