कोरबा: पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों की 17 दिन से चल रही हड़ताल से पंचायतों का विकास कार्य रूक गया है. पंचायत के सरपंच से लेकर ग्रामीण भी परेशान हो रहे हैं. ग्राम पंचायतों में राशन, मजदूरी भुगतान, मनरेगा कार्य, गौठान में गोबर खरीदी-बिक्री बंद है. पेंशन, लेबर भुगतान, मनरेगा कार्य भी बंद हो गए हैं.
सचिवों का कहना है कि सरकार को अलग-अलग तरीके से जगाने की कोशिश की गई लेकिन सरकार नहीं सुन रही है. पंचायत सचिव संघ ने कहा कि 2 वर्ष की परिवीक्षा अवधि समाप्त करने के बाद नियमितीकरण किया जाना चाहिए.
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सरपंच और ग्रामीण भी परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि सचिवों की हड़ताल से जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र और प्रधानमंत्री आवास में दिक्कत आ रही है. पंचायत के सरपंचों का भी कहना है कि जब से सचिव लोग हड़ताल में गए हैं, तब से पंचायत का विकास कार्य रुका हुआ है. जिस दुकान से पंचायत के लिए सीमेंट,रेत, छड़ लेकर आए हैं, वह दुकान वाले रोज घर में तगादा के लिए आते हैं. सरपंच भी सचिवों की हड़ताल से काफी परेशान हो रहे हैं.