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बेमौसम बारिश से धान की बर्बादी का बढ़ा खतरा - धान मंडी में खुले पड़े है धान

जिले में बेमौसम बरसात से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को अचानक हुई बारिश ने धान खरीदी पर रोक लगा दी. इसके बाद भी खरीदी केंद्रों में रखे धान को सुरक्षित रखने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

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बारिश से धान खरीदी में देरी
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Published : Jan 29, 2021, 9:51 PM IST

कोरबाः एक हफ्ते से मौसम की खराबी का असर शुक्रवार को देखने को मिला. सुबह घने कोहरे के साथ ग्रामीण इलाकों मे हल्की बूंदाबादी हुई. करतला क्षेत्र में गुरुवार शाम से ही बारिश ने दस्तक दे दी थी. बारिश की वजह से करतला ब्लॉक के 13 धान विक्रय केंद्र में बरपाली, पटियापाली, कोथारी, कराई नारा, सुहागपुर, अमरेली, सुकरीकला, तुमान, चिकनीपाली, रामपुर, नवापारा, करतला, में बारिश के पहले ही धान को ढंक दिया गया था.

बेमौसम बारिश से धान की बर्बादी का बढ़ा खतरा

बारिश ने बढ़ाई मुश्किल

खरीदी केंद्र में क्षमता से अधिक धान और संसाधनों के अभाव में पूरी तरह से ढंका नहीं जा सका है. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरु हुए डेढ़ महीने से अधिक हो गया है. लेकिन धान की सुरक्षा की ओर खरीदी केंद्र के प्रभारियों का कोई ध्यान नहीं रहा. शासन-प्रशासन की लापरवाही का नतीजा यह रहा कि शुक्रवार की सुबह हुई बारिश से धान भीग गए. इसके बाद भी खरीदी केंद्रों में रखे धान को सुरक्षित रखने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. केंद्रों में धान को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैप कवर ही नहीं है. धान खरीदी केंद्रों में रखे धान की सुरक्षा को लेकर विभाग और प्रभारियों ने सक्रियता नहीं दिखाई. शुक्रवार की सुबह हुई अचानक बारिश ने धान खरीदी प्रभारियों के लिए परेशानी पैदा कर दी है.

पढ़ें-जांजगीर-चांपा: बारिश की वजह से खुले में रखा धान भीगा

खरीदी केंद्रों में खुला पड़ा है धान

धान खरीदी केंद्रों में धान खुले आसमान के नीचे पड़ा है. समिति प्रबंधकों ने आनन-फानन में कैप कवर से ढंककर धान को सुरक्षित करने का प्रयास किया. लेकिन जितना धान रखा है उस एवज में सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं.

33 किसान पहुंचे धानमंडी

शुक्रवार को कनकी के धानमंडी में कम से कम 33 किसान अपने धान के फसल को लेकर पहुंचे. सभी लोग अपनी-अपनी पारी का इंतजार कर रहे थे. किसान इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर अब बारिश हुई तो धान को बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. धानमंडी प्रभारी वेदप्रकाश वैष्णव ने बताया कि शुक्रवार को हमारे कनकी मंडी में 33 किसानों का टोकन कटा हुआ है. लेकिन अचानक हुई बारिश की वजह से हम लोगों को भी थोड़ी सी परेशानी हो रही है. जिसकी वजह से किसानों का धान तौला नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम साफ होते ही किसानों का धान वजन कराने का काम शुरू कर दिया जाएगा

कोरबाः एक हफ्ते से मौसम की खराबी का असर शुक्रवार को देखने को मिला. सुबह घने कोहरे के साथ ग्रामीण इलाकों मे हल्की बूंदाबादी हुई. करतला क्षेत्र में गुरुवार शाम से ही बारिश ने दस्तक दे दी थी. बारिश की वजह से करतला ब्लॉक के 13 धान विक्रय केंद्र में बरपाली, पटियापाली, कोथारी, कराई नारा, सुहागपुर, अमरेली, सुकरीकला, तुमान, चिकनीपाली, रामपुर, नवापारा, करतला, में बारिश के पहले ही धान को ढंक दिया गया था.

बेमौसम बारिश से धान की बर्बादी का बढ़ा खतरा

बारिश ने बढ़ाई मुश्किल

खरीदी केंद्र में क्षमता से अधिक धान और संसाधनों के अभाव में पूरी तरह से ढंका नहीं जा सका है. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरु हुए डेढ़ महीने से अधिक हो गया है. लेकिन धान की सुरक्षा की ओर खरीदी केंद्र के प्रभारियों का कोई ध्यान नहीं रहा. शासन-प्रशासन की लापरवाही का नतीजा यह रहा कि शुक्रवार की सुबह हुई बारिश से धान भीग गए. इसके बाद भी खरीदी केंद्रों में रखे धान को सुरक्षित रखने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. केंद्रों में धान को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैप कवर ही नहीं है. धान खरीदी केंद्रों में रखे धान की सुरक्षा को लेकर विभाग और प्रभारियों ने सक्रियता नहीं दिखाई. शुक्रवार की सुबह हुई अचानक बारिश ने धान खरीदी प्रभारियों के लिए परेशानी पैदा कर दी है.

पढ़ें-जांजगीर-चांपा: बारिश की वजह से खुले में रखा धान भीगा

खरीदी केंद्रों में खुला पड़ा है धान

धान खरीदी केंद्रों में धान खुले आसमान के नीचे पड़ा है. समिति प्रबंधकों ने आनन-फानन में कैप कवर से ढंककर धान को सुरक्षित करने का प्रयास किया. लेकिन जितना धान रखा है उस एवज में सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं.

33 किसान पहुंचे धानमंडी

शुक्रवार को कनकी के धानमंडी में कम से कम 33 किसान अपने धान के फसल को लेकर पहुंचे. सभी लोग अपनी-अपनी पारी का इंतजार कर रहे थे. किसान इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर अब बारिश हुई तो धान को बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. धानमंडी प्रभारी वेदप्रकाश वैष्णव ने बताया कि शुक्रवार को हमारे कनकी मंडी में 33 किसानों का टोकन कटा हुआ है. लेकिन अचानक हुई बारिश की वजह से हम लोगों को भी थोड़ी सी परेशानी हो रही है. जिसकी वजह से किसानों का धान तौला नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम साफ होते ही किसानों का धान वजन कराने का काम शुरू कर दिया जाएगा

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