कोरबा: बालको के 540 मेगावाट पावर प्लांट में बीते 13 मार्च को काम करते हुए मजदूर बुरी तरह घायल हो गया था. जिसे इलाज के लिए पहले बालको के विभागीय अस्पताल के बाद शहर के एनकेएच अस्पताल में रेफर किया गया. मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई थी. जिसने 16 मार्च को दम तोड़ दिया. मजदूर की मौत से श्रमिक संगठन और परिजन आक्रोशित हो गए और अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. मौके पर पुलिस भी पहुंची. जिसके बाद प्रबंधन की ओर से मजदूर के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा और मृतक की पत्नी को उचित पेंशन की बात पर सहमति बनी.
भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) की ठेका कंपनी एम-इंजीनियरिंग के अधीन नियोजित ठेका कर्मचारी राजेश कर्ष 540 मेगावॉट विद्युत संयंत्र में कार्य के दौरान बीते शनिवार को घायल हो गए थे. जिनका देहांत मंगलवार को हो गया. बालको प्रबंधन ने ठेका कर्मचारी की मौत पर उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है.
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विधिक प्रावधानों के अंतर्गत देय राशि के अलावा ठेका कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये चेक के माध्यम से दिए गए. मृतक की पत्नी को कर्मचारी राज्य बीमा निगम के प्रावधानों के अंतर्गत एक निश्चित राशि पेंशन के तौर पर दी जाएगी. इसके अलावा 50 हजार रुपये नकद की तत्कालिक सहायता राशि दी गई है. लेकिन इस मामले में प्लांट के भीतर भी मजदूरों से लापरवाही पूर्वक काम लिये जाने की भी चर्चा है.
बालको प्रबंधन ने जताया शोक
बालको प्रबंधन ने बताया है कि दुर्घटना पीड़ित राजेश को बालको अस्पताल से रेफर करने के बाद न्यू कोरबा सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही थी. एहतियात के तौर पर बालको प्रबंधन ने रायपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी सेवाएं ली. प्रबंधन ने अपने शोक संदेश में कहा है कि दुर्घटना पीड़ित राजेश की मृत्यु से बालको परिवार को गहरा आघात पहुंचा है. यह एक अपूरणीय क्षति है. घटना की छानबीन के लिए समिति गठित की गई है.पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया है.