कोरबा: कोरबा के रजगामार रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में काम करते वक्त एक मजदूर की मौत (Worker Death) हो गई है. यह हादसा गजानंद मेटल फैक्ट्री (Gajanand Metal Factory) में हुआ है. एल्युमिनियम के वेस्ट प्रोडक्ट (ड्रॉस) को गलाकर, दोयम दर्जे के एल्युमिनियम बनाने का काम होता है.
मजदूर दिलीप राठिया एल्युमिनियम बनाने की प्रक्रिया के दौरान मशीन चला रहा था. काम करते वक्त उसने हेलमेट या अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं पहने थे. वह मशीन में फंस गया और बुरी तरह से घायल हो गया. घायल मजदूर की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. इस पूरे मामले में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी ने जांच की बात कही है.
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मजदूर की हुई मौत
कोरबा इंडस्ट्रियल एरिया में इस तरह की कई फैक्ट्रियां हैं. लगातार सुरक्षा की अनदेखी हो रही है. बीते कुछ महीनों के दौरान यहां चार से पांच मौतें हो चुकी हैं. ताजा हादसा गजानन मेटल फैक्ट्री में हुआ है. जिसके मालिक किशन बंसल हैं. इस फैक्ट्री में काम करते वक्त मजदूर हादसे का शिकार हो गया है.
मजदूरों ने बताया कि सामान्य दिनों की तरह ही, मृतक दिलीप मशीन से काम कर रहा था. तभी उसका पैर मशीन में फंस गया. जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया, लेकिन जान नहीं बच सकी और उसकी मौत हो गई.
फैक्ट्री में मजदूर की मौत के बाद शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसके शव को कानूनी कार्रवाई के लिए शव गृह में रखा गया है. अस्पताल की चौकी में पंचनामा की कार्रवाई पूरी की जा रही है. इस दौरान फैक्ट्री संचालक के पार्टनर भी मौके पर पहुंचे और मजदूर के परिवारों को कुछ नकद राहत राशि भी प्रदान की है. फैक्ट्री के संचालकों ने मजदूर परिवार को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया है.
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2021 में लगभग 5 मौतें
रजगामार रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र जिले का एकमात्र इंडस्ट्रियल एरिया है. यहां मध्यम और लघु उद्योग की फैक्ट्रियां संचालित हैं. यहां स्थापित फैक्ट्रियों पर नियमों के उल्लंघन के कई मामले सामने आए हैं. पर्यावरण विभाग ने भी कुछ उद्योगों को नोटिस जारी किया, लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी.
साल 2021 में अलग-अलग हादसों में इंडस्ट्रियल एरिया में 5 से अधिक मजदूरों की मौत हो चुकी है, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है. जबकि यहां सुरक्षागत मापदंडों के लगातार अवहेलना की जा रही है. मजदूर की मौत इस बात का उदाहरण है.
जांच के बाद करेंगे कार्रवाई
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा इंस्पेक्टर विजय सोनी ने ईटीवी भारत को बताया कि इस तरह हादसे में जब किसी मजदूर की मौत होती है, तब सबसे पहले हमारा काम होता है कि उसे उचित मुआवजा दिलाया जाए और जांच के बाद ठोस कार्रवाई की जाए. हम पहले जांच करेंगे. इसके बाद लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई होगी.