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Paudha Tunhar Dwar:सिर्फ कागजों में पौधा तुंहर द्वार योजना, काम नहीं कर रहा वन विभाग का टोल फ्री नंबर, कैसे हरा भरा होगा छत्तीसगढ़?

छत्तीसगढ़ वन विभाग ने वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए पौधा तुंहर द्वार योजना 4 जुलाई से शुरू की है. वन विभाग ने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है ताकि इस नंबर पर कॉल करने पर लोगों को पौधे घर पहुंचा कर दिए जाएं. छत्तीसगढ़ को हरा भरा बनाने के मकसद से शुरू की गई इस योजना की जमीनी हकीकत चौंकाने वाली है. जब टोल फ्री नंबर पर कोई रिस्पांस ही नहीं मिल रहा है तो भला लोगों के द्वार तक यानी घर पर कैसे पौधे पहुंचेंगे?

Paudha Tunhar Dwar
पौधा तुंहर द्वार योजना
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Published : Aug 10, 2023, 2:11 PM IST

पौधा तुंहर द्वार योजना की हकीकत

कोरबा. छत्तीसगढ़ में स्वच्छ वातावरण और वृक्षारोपण के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा तुंहर द्वारा योजना इसी साल जुलाई महीने में शुरू की गई है. खास बात यह है कि वन विभाग ने एक वाहन का इंतजाम किया है. यह वाहन लोगों को फ्री में उनके घर तक पौधे पहुंचा कर देगा. इसके लिए लोगों को टोल फ्री नंबर 18002332664 पर कॉल करना होगा. लेकिन दिक्कत यह है कि इस नंबर पर कॉल करने पर लोगों को कोई रिस्पांस ही नहीं मिल रहा है. पौधे घर पहुंचना तो दूर कहां से मिलेंगे, इसकी जानकारी तक नहीं मिल रही है.

क्या लोगों को प्रॉपर रिस्पांस मिल रहा है? : यदि आपने अपने घर या आसपास कहीं पौधे रोपने के लिए स्थल प्रस्तावित कर रखा है तो ऐसे में विभाग ने टोल फ्री नंबर जारी किया है. इसी नंबर पर कॉल करने पर लोगों को फ्री में पौधे देने की योजना है. पौधा पहुंचाने वाले वाहन में भी यही नंबर लिखा गया है.

''हमने पौधारोपण कार्यक्रम रखा था. फलदार पौधे की जरूरत थी. टोल फ्री नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर लगा ही नहीं. ऐसे जरूरतमंद लोग हैं, जिन्हें मानसून में पौधरोपण के लिए पौधों की जरूरत होती है. लेकिन सभी की यही शिकायत है कि नंबर लगता ही नहीं.'' -नारायण दास महंत, निवासी,वार्ड क्रमांक 20

''योजना केवल कागजों में ही चल रही है.'' -हितानंद अग्रवाल, नगर निगम पार्षद

क्या टारगेट अचीव हो रहा है?: छत्तीसगढ़ वन विभाग की महत्वकांक्षी योजना के तहत अकेले कोरबा जिले में 3 लाख पौधे तैयार किए गए हैं. इन पौधों को इसी साल लगाने का टारगेट भी रखा गया है. इस योजना की मंशा अच्छी है. मानसून के मौसम में लोगों को जरूरत भी है लेकिन लोगों को पौधे ही नहीं मिल पा रहे हैं.

''सरकार को जमीनी स्तर पर काम करने पर ध्यान देना चाहिए.''- राणा मुखर्जी, शहरवासी

''अबतक हमारे वार्ड में पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत कोई गाड़ी नहीं आई है. टोल फ्री नंबर लगता ही नहीं है.'' -राजा सिंह, दुरपा निवासी

क्या कहते हैं अधिकारी: वन विभाग के अधिकारियों ने भरोसा दिया है कि तकनीकी समस्या है तो उसे दुरुस्त किया जाएगा ताकि लोगों को इस महत्वाकांक्षी योजना का फायदा मिले.

''पौधा तुंहर द्वार के तहत फलदार वृक्ष या फिर किसी भी तरह के पौधे घर पहुंचा कर दे रहे हैं. इसके लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. लोग उसपर कॉल कर पौधे प्राप्त कर सकते हैं. अब तक हमें नंबर के काम नहीं करने की शिकायत नहीं मिली है, लेकिन यदि ऐसी कोई खराबी है, कोई दिक्कत हो रही है तो हम इसे जरूर ठीक करवा देंगे.'' -पी अरविंद, डीएफओ,कोरबा वन मंडल

कब शुरू हुई योजना:पौधा तुंहर द्वार योजना का शुभारंभ जुलाई महीने में हुआ है. इस योजना के तहत वन विभाग के पास 3 करोड़ से ज्यादा पौधे मौजूद हैं. सभी जिलों की 257 नर्सरियों में 3 करोड़ 12 लाख पौधे उपलब्ध हैं. सभी जिला स्तर के अधिकारी अपने अपने स्तर पर पौधे बांट रहे हैं.

पौधा तुंहर द्वार योजना की हकीकत

कोरबा. छत्तीसगढ़ में स्वच्छ वातावरण और वृक्षारोपण के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा तुंहर द्वारा योजना इसी साल जुलाई महीने में शुरू की गई है. खास बात यह है कि वन विभाग ने एक वाहन का इंतजाम किया है. यह वाहन लोगों को फ्री में उनके घर तक पौधे पहुंचा कर देगा. इसके लिए लोगों को टोल फ्री नंबर 18002332664 पर कॉल करना होगा. लेकिन दिक्कत यह है कि इस नंबर पर कॉल करने पर लोगों को कोई रिस्पांस ही नहीं मिल रहा है. पौधे घर पहुंचना तो दूर कहां से मिलेंगे, इसकी जानकारी तक नहीं मिल रही है.

क्या लोगों को प्रॉपर रिस्पांस मिल रहा है? : यदि आपने अपने घर या आसपास कहीं पौधे रोपने के लिए स्थल प्रस्तावित कर रखा है तो ऐसे में विभाग ने टोल फ्री नंबर जारी किया है. इसी नंबर पर कॉल करने पर लोगों को फ्री में पौधे देने की योजना है. पौधा पहुंचाने वाले वाहन में भी यही नंबर लिखा गया है.

''हमने पौधारोपण कार्यक्रम रखा था. फलदार पौधे की जरूरत थी. टोल फ्री नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर लगा ही नहीं. ऐसे जरूरतमंद लोग हैं, जिन्हें मानसून में पौधरोपण के लिए पौधों की जरूरत होती है. लेकिन सभी की यही शिकायत है कि नंबर लगता ही नहीं.'' -नारायण दास महंत, निवासी,वार्ड क्रमांक 20

''योजना केवल कागजों में ही चल रही है.'' -हितानंद अग्रवाल, नगर निगम पार्षद

क्या टारगेट अचीव हो रहा है?: छत्तीसगढ़ वन विभाग की महत्वकांक्षी योजना के तहत अकेले कोरबा जिले में 3 लाख पौधे तैयार किए गए हैं. इन पौधों को इसी साल लगाने का टारगेट भी रखा गया है. इस योजना की मंशा अच्छी है. मानसून के मौसम में लोगों को जरूरत भी है लेकिन लोगों को पौधे ही नहीं मिल पा रहे हैं.

''सरकार को जमीनी स्तर पर काम करने पर ध्यान देना चाहिए.''- राणा मुखर्जी, शहरवासी

''अबतक हमारे वार्ड में पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत कोई गाड़ी नहीं आई है. टोल फ्री नंबर लगता ही नहीं है.'' -राजा सिंह, दुरपा निवासी

क्या कहते हैं अधिकारी: वन विभाग के अधिकारियों ने भरोसा दिया है कि तकनीकी समस्या है तो उसे दुरुस्त किया जाएगा ताकि लोगों को इस महत्वाकांक्षी योजना का फायदा मिले.

''पौधा तुंहर द्वार के तहत फलदार वृक्ष या फिर किसी भी तरह के पौधे घर पहुंचा कर दे रहे हैं. इसके लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. लोग उसपर कॉल कर पौधे प्राप्त कर सकते हैं. अब तक हमें नंबर के काम नहीं करने की शिकायत नहीं मिली है, लेकिन यदि ऐसी कोई खराबी है, कोई दिक्कत हो रही है तो हम इसे जरूर ठीक करवा देंगे.'' -पी अरविंद, डीएफओ,कोरबा वन मंडल

कब शुरू हुई योजना:पौधा तुंहर द्वार योजना का शुभारंभ जुलाई महीने में हुआ है. इस योजना के तहत वन विभाग के पास 3 करोड़ से ज्यादा पौधे मौजूद हैं. सभी जिलों की 257 नर्सरियों में 3 करोड़ 12 लाख पौधे उपलब्ध हैं. सभी जिला स्तर के अधिकारी अपने अपने स्तर पर पौधे बांट रहे हैं.

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