कोरबा : कुसमुंडा, गेवरा और दीपका खदानों से कोयला लेकर चलने वाले भारी वाहनों का दबाव इस सड़क पर सबसे ज्यादा रहता है. जिसके कारण लोग कई घंटे जाम में फंसे रहते हैं. इस मुद्दे को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था.राहगीरों से बात करके ग्राउंड रिपोर्ट पेश की थी.जिस पर कलेक्टर सौरभ कुमार ने संज्ञान लिया है. कलेक्टर ने इस रोड पर जाम के मद्देनजर अफसरों की बैठक ली और जाम से निजात दिलाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए.
एक हिस्सा हमेशा खाली रखने के निर्देश : कलेक्टर ने खदान क्षेत्र कुसमुंडा-कोरबा की सड़कों पर भारी वाहनों के कारण लग रहे जाम को लेकर नाराजगी जताई.कलेक्टर ने सड़क की स्थिति देखने के बाद अफसरों को कहा कि भारी वाहनों को तीन से चार लाइनों में खड़ी ना किया जाए.साथ ही साथ सड़क का एक हिस्सा हमेशा खाली रखा जाए जिसमें आम नागरिक आवाजाही कर सके.
आपसी तालमेल बिठाकर यातायात करें व्यवस्थित : कलेक्टर ने बैठक में ट्रांसपोर्टरों, परिवहन, पुलिस और एसईसीएल के अधिकारियों को आपसी समन्वय बिठाने को कहा है. आवागमन को सुगम बनाने की दिशा में काम करने के जरूरी निर्देश दिए हैं. इस दौरान ट्रांसपोर्टर्स के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित कर अव्यवस्थित और गलत ढंग से गाड़ियों को खड़ा करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.
अधूरे सड़क के निर्माण पर भी फोकस : इस बैठक में अधूरे सड़क निर्माण की भी बात सामने आई. जिसे पूरा करने के लिए कलेक्टर ने अफसरों को निर्देश दिए.इसके अलावा कुसमुंडा मार्ग पर बने पुल से आवागमन, भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों को जल्दी पूरा करने के लिए एसडीएम को निर्देश मिले हैं. कलेक्टर ने खदान के भीतर जाने में वाहनों के एंट्री में लगने वाले समय को लेकर भी एसईसीएल प्रबंधन को इसे ठीक करने को कहा. इसे साथ ही पार्किंग को लेकर भी कड़े निर्देश दिए गए हैं.