कोरबा : हरदीबाजार चौकी स्वास्थ्य केंद्र (Hardibazar Chowki Health Center) के ठीक सामने से शनिवार रात अपहृत महिला नर्स ओम साहू रविवार सुबह रहस्यमय तरीके से मानिकपुर चौकी क्षेत्र में मिल गई है. महिला के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं हैं. उसके साथ किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना भी नहीं घटी है. वहीं नर्स का पहले अपहरण और फिर उसके सकुशल लौट आने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. मेडिकल जांच के बाद मानिकपुर चौकी में ही पुलिस महिला से गहन पूछताछ कर रही है. महिला के सकुशल मिलने की पुष्टि हरदीबाजार चौकी प्रभारी टीआई अभय बैस ने की है.
गृह मंत्री के प्रवास वाले दिन ही हुई घटना
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamradhwaj Sahu) शनिवार को कोरबा जिले के प्रवास पर थे. उसी दिन हरदीबाजार पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम भिलाईबाजार में पीएचसी के ठीक सामने से ग्राम भठोरा निवासी नर्स ओम साहू का अपहरण हो गया. रात करीब 9 बजे स्कॉर्पियो में सवार होकर आए अज्ञात लोग उसका अपहरण कर फरार हो गए.
वहीं देर रात आईजी रतनलाल डांगी (IG Ratanlal Dangi) बिलासपुर से हरदीबाजार पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने कैंप कर नर्स की तलाश शुरू कर दी. पुलिस नर्स को रविवार सुबह तक तलाशती रही. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि अपहृत नर्स जिला अस्पताल में भर्ती कराई गई है. कोरबा एसपी भोजराम पटेल (Korba SP Bhojram Patel) ने जिला अस्पताल पहुंचकर जानकारी हासिल की.
महिला नर्स के अपहरण केस में उठे सवाल
अपहृत नर्स का पहले अपहरण और फिर उसका सकुशल लौट आना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. महिला के सकुशल मिलने की पुष्टि हरदीबाजार चौकी प्रभारी टीआई अभय बैस ने की है. इस मामले में 4 ऐसे सवाल हैं, जो इस घटना को और भी पेचीदा बना रहे हैं.
सवाल 1-क्यों हुआ अपहरण? महिला का अपहरण करने वाले लोग कौन थे. उन्होंने किस कारण महिला का अपहरण किया था? अपहरण कर महिला को कहां ले जाया गया और फिर रहस्यमय तरीके से महिला रात को 3:00 बजे घर क्यों लौट आई?
सवाल 2- घर के समीप स्थित चौकी में क्यों सूचना नहीं दी गई? अपहरण के बाद महिला 25 किलोमीटर दूर सीधे जिला मुख्यालय पहुंच गई, जबकि हरदीबाजार चौकी की दूरी उसके गृहग्राम से महज 2 से 3 किलोमीटर की दूरी पर है. पुलिस रात भर महिला को तलाशती रही, जबकि महिला रात को 3:00 बजे ही अपने घर पहुंच चुकी थी और पुलिस महिला को ढूंढ पाती. इसके पहले ही महिला स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय पहुंच गई. तब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उसे एसपी कार्यालय जाने को कहा.
सवाल 3-क्या किसी तरह की फिरौती मांगी गई थी ? हाल ही में अपहृत महिला को कोयला खदान में अधिग्रहित जमीन के एवज में लगभग 12 लाख रुपये का मुआवजा मिला था, जिससे परिवार के लोगों पर भी पुलिस को संदेह है.अपहरण के बाद क्या किसी तरह की फिरौती की डिमांड की गई थी? इस बात का भी कोई खुलासा नहीं किया गया है.
सवाल 4- सकुशल बरामदगी की सूचना देने में देरी क्यों? महिला सुबह-सुबह ही जिला मुख्यालय पहुंच गई थी और वह रविवार को जिला मुख्यालय के स्वास्थ्य महकमे की छुट्टी होने के कारण एसपी कार्यालय पहुंची थी. महिला के सकुशल बरामद होने की सूचना देने में पुलिस ने शाम तक का समय लगा दिया, महिला सकुशल बरामद हो चुकी है. महिला मिल गई है. इस बात की सूचना को पुलिस ने छिपाए रखा.