कोरबा: जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है. सरकार के निर्देश पर सोमवार को रायपुर से डीएमई की टीम कोरबा पहुंची. मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित आईटी कोरबा, इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन का निरीक्षण किया. आईटी कोरबा को मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए पहले ही चिंहांकित किया जा चुका है. इसकी जमीन का भी अधिग्रहण हो चुका है.
सोमवार को कोरबा पहुंची डीएमई की टीम ने पूरे परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग कोरबा की टीम भी मौजूद रही. आईटी कोरबा परिसर में ही मेडिकल कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद कोरबा में मेडिकल काॅलेज के लिए बजट भी जारी किया जा चुका है.
परिसर के सभी कक्षों का निरीक्षण किया
केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से मेडिकल काॅलेज खोला जाना तय किया गया है. सोमवार को राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग के डायरेक्टर केएल शिंदे अपनी टीम के साथ कोरबा पहुंचे थे. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ उन्होंने आईटी काॅलेज का निरीक्षण किया. उन्होंने परिसर के सभी कक्षों का निरीक्षण किया. साथ ही वस्तु स्थिति की जानकारी ली.
मेडिकल कॉलेज के लिए साढ़े 500 करोड़ का बजट स्वीकृत
मीडिया से चर्चा करते हुए डायरेक्टर मेडिकल ऑफ एजुकेशन ने बताया कि आईटी काॅलेज कोरबा के भवन में ही मेडिकल काॅलेज का संचालन करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि मेडिकल काॅलेज के लिए भवन उपयुक्त है. मेडिकल कॉलेज का कुल अलग से बजट साढ़े 500 करोड़ रुपये है, जिसे केंद्र और राज्य की सरकारें मिलकर वहन करेंगी.
एजुकेशन हब में होगा आईटी कोरबा का संचालन
बता दें कि कोरबा में मेडिकल कॉलेज खुलना किसी सौगात से कम नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरबा दौरे के दौरान इसकी घोषणा की थी. इसके बाद ही जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए आईटी कोरबा के परिसर को उपयुक्त बताते हुए विस्तृत प्रस्ताव भेजा था, जबकि आईटी किरब को एजुकेशन हब स्याहीमुड़ी में शिफ्ट करने की योजना है. इंजीनियरिंग छात्रों के लगातार घटते तादाद को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया गया था, ताकि आईटी कोरबा के सर्व सुविधायुक्त भवन का भरपूर उपयोग करते हुए यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो सके.