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कोविड अस्पतालों की समस्या सुलझाने शुरू होगा कंट्रोल रूम, स्वास्थ्यकर्मी भी कर सकेंगे शिकायत

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Published : Oct 21, 2020, 10:17 AM IST

Updated : Oct 21, 2020, 10:53 AM IST

कोरबा में संचालित निजी और शासकीय कोविड अस्पतालों की समस्या को सुलझाने के लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इस कंट्रोल रूम में मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ भी अपनी किसी भी तरह की समस्या को फोन करके बता सकेंगे.

Control room will start to solving problem of Covid hospitals in Korba
कोरबा कलेक्टर ने ली बैठक

कोरबा: जिले में संचालित निजी और शासकीय कोविड अस्पतालों में किसी भी प्रकार की समस्या की जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन अलग से कंट्रोल रूम बनाएगा. यह कंट्रोल रूम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के सीधे नियंत्रण में संचालित होगा. अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ भी अपनी किसी भी तरह की समस्या को इस कंट्रोल रूम में फोन करके बता सकेंगे.

कोविड अस्पतालों से प्राप्त समस्याओं को जिला प्रशासन यथासंभव तत्परता से कार्रवाई करते हुए निराकृत करेगा. कलेक्टर किरण कौशल ने जिला स्तर पर अगले दो दिनों में इस कंट्रोल रूम को फोन नंबर सहित जीवंत करने के निर्देश समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिए हैं. वर्तमान में संचालित कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में यदा-कदा भोजन, दवाई, इलाज, डॉक्टरों के वार्डों में राउंड, साफ-सफाई, इलाज के शुल्क, मेडिकल स्टाफ की समस्याओं के संबंध में मिलने वाली नकारात्मक सूचनाओं को कलेक्टर कौशल ने गंभीरता से लेते हुए यह व्यवस्था की है.

पढ़ें: मेडिकल ऑक्सीजन के वितरण के लिए बनाया गया राज्य स्तरीय 'मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल रूम'

अस्पताल स्टाफ भी बता सकते हैं अपनी परेशानी

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोविड मरीजों का इलाज करने वाले सभी शासकीय-निजी अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में कंट्रोल रूम का फोन नंबर प्रदर्शित करने वाले फ्लैक्स अनिवार्य रूप से लगाए जाएं, ताकि किसी भी तरह की समस्या होने पर मरीज और अस्पताल स्टाफ आसानी से फोन कर अपनी समस्या जिला प्रशासन को बता सकें.

समस्या बताने वालों का नाम रखा जाएगा पूरी तरह गोपनीय

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि समस्या बताने वाले मरीज या मेडिकल स्टाफ का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा. इसके साथ ही अस्पताल में इलाज की व्यवस्था बेहतर करने के लिए समस्या का त्वरित निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि अस्पतालों के साप्ताहिक निरीक्षण के लिए भी प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित जिम्मेदारी दी जाए. प्रभारी अधिकारी हर हफ्ते में कम से कम एक बार अस्पताल के स्टाफ और भर्ती मरीजों से इलाज की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेंगे. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों और अस्पताल स्टाफ से हर गुरुवार शाम 4.30 बजे बात कर अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी लेंगे.

पढ़ें: अब कंट्रोल रूम से डॉक्टर रखेंगे कोरोना मरीजों पर नजर, टेलीकॉलिंग से करेंगे मरीज की मदद

इस हफ्ते शुरू होंगे 2 और कोविड केयर सेंटर

दीपका गेवरा क्षेत्र के कोविड मरीजों के इलाज के लिए एसईसीएल द्वारा सीईआईटी गेवरा सहित कोरबा शहर के मरीजों के लिए बालको में 2 नए कोविड केयर सेंटर इस हफ्ते शुरू हो जाएंगे. कलेक्टर किरण कौशल ने मंगलवार को समय सीमा की बैठक में इन दोनों अस्पतालों को शुरू करने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की. सीईआईटी गेवरा का कोविड केयर सेंटर 50 बिस्तर का और बालको का कोविड केयर सेंटर 70 बिस्तरों का होगा. उन्होंने इन दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन वाले बिस्तरों, अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर सहित डोनिंग-डोफिंग की व्यवस्थाओं और मरीजों के लिए जरूरी दवाओं और पैरामेडिकल स्टाफ की जानकारी सिविल सर्जन से ली.

कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश

कलेक्टर ने गेवरा क्षेत्र में शुरू होने वाले सीईआईटी अस्पताल का पूरा प्रभार एसईसीएल के मेडिकल ऑफिसर और बालको में शुरू होने वाले अस्पताल का प्रभार बालको सीएमओ को सौंपने के निर्देश सीएमएचओ को दिए हैं. कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि दोनों अस्पतालों से प्रतिदिन निर्धारित प्रपत्र में जरूरी जानकारी अनिवार्यतः प्राप्त की जाए और दोनों अस्पतालों के शुरू होने पर व्यवस्था संबंधी निरीक्षण भी जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से किया जाए. कलेक्टर कौशल ने भैंसमा, चैतमा और पोंड़ी में शुरू होने वाले कोविड केयर सेंटरों के लिए भी सभी जरूरी व्यवस्थाएं अगले एक हफ्ते में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.

बैठक में ये रहे उपस्थित

बैठक में कोरबा के वनमण्डलाधिकारी एन गुरूनाथन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, संयुक्त कलेक्टर सूर्यकिरण तिवारी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए. विकासखंड स्तर के मैदानी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल रहे.

कोरबा: जिले में संचालित निजी और शासकीय कोविड अस्पतालों में किसी भी प्रकार की समस्या की जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन अलग से कंट्रोल रूम बनाएगा. यह कंट्रोल रूम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के सीधे नियंत्रण में संचालित होगा. अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ भी अपनी किसी भी तरह की समस्या को इस कंट्रोल रूम में फोन करके बता सकेंगे.

कोविड अस्पतालों से प्राप्त समस्याओं को जिला प्रशासन यथासंभव तत्परता से कार्रवाई करते हुए निराकृत करेगा. कलेक्टर किरण कौशल ने जिला स्तर पर अगले दो दिनों में इस कंट्रोल रूम को फोन नंबर सहित जीवंत करने के निर्देश समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिए हैं. वर्तमान में संचालित कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में यदा-कदा भोजन, दवाई, इलाज, डॉक्टरों के वार्डों में राउंड, साफ-सफाई, इलाज के शुल्क, मेडिकल स्टाफ की समस्याओं के संबंध में मिलने वाली नकारात्मक सूचनाओं को कलेक्टर कौशल ने गंभीरता से लेते हुए यह व्यवस्था की है.

पढ़ें: मेडिकल ऑक्सीजन के वितरण के लिए बनाया गया राज्य स्तरीय 'मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल रूम'

अस्पताल स्टाफ भी बता सकते हैं अपनी परेशानी

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोविड मरीजों का इलाज करने वाले सभी शासकीय-निजी अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में कंट्रोल रूम का फोन नंबर प्रदर्शित करने वाले फ्लैक्स अनिवार्य रूप से लगाए जाएं, ताकि किसी भी तरह की समस्या होने पर मरीज और अस्पताल स्टाफ आसानी से फोन कर अपनी समस्या जिला प्रशासन को बता सकें.

समस्या बताने वालों का नाम रखा जाएगा पूरी तरह गोपनीय

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि समस्या बताने वाले मरीज या मेडिकल स्टाफ का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा. इसके साथ ही अस्पताल में इलाज की व्यवस्था बेहतर करने के लिए समस्या का त्वरित निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि अस्पतालों के साप्ताहिक निरीक्षण के लिए भी प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित जिम्मेदारी दी जाए. प्रभारी अधिकारी हर हफ्ते में कम से कम एक बार अस्पताल के स्टाफ और भर्ती मरीजों से इलाज की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेंगे. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों और अस्पताल स्टाफ से हर गुरुवार शाम 4.30 बजे बात कर अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी लेंगे.

पढ़ें: अब कंट्रोल रूम से डॉक्टर रखेंगे कोरोना मरीजों पर नजर, टेलीकॉलिंग से करेंगे मरीज की मदद

इस हफ्ते शुरू होंगे 2 और कोविड केयर सेंटर

दीपका गेवरा क्षेत्र के कोविड मरीजों के इलाज के लिए एसईसीएल द्वारा सीईआईटी गेवरा सहित कोरबा शहर के मरीजों के लिए बालको में 2 नए कोविड केयर सेंटर इस हफ्ते शुरू हो जाएंगे. कलेक्टर किरण कौशल ने मंगलवार को समय सीमा की बैठक में इन दोनों अस्पतालों को शुरू करने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की. सीईआईटी गेवरा का कोविड केयर सेंटर 50 बिस्तर का और बालको का कोविड केयर सेंटर 70 बिस्तरों का होगा. उन्होंने इन दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन वाले बिस्तरों, अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर सहित डोनिंग-डोफिंग की व्यवस्थाओं और मरीजों के लिए जरूरी दवाओं और पैरामेडिकल स्टाफ की जानकारी सिविल सर्जन से ली.

कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश

कलेक्टर ने गेवरा क्षेत्र में शुरू होने वाले सीईआईटी अस्पताल का पूरा प्रभार एसईसीएल के मेडिकल ऑफिसर और बालको में शुरू होने वाले अस्पताल का प्रभार बालको सीएमओ को सौंपने के निर्देश सीएमएचओ को दिए हैं. कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि दोनों अस्पतालों से प्रतिदिन निर्धारित प्रपत्र में जरूरी जानकारी अनिवार्यतः प्राप्त की जाए और दोनों अस्पतालों के शुरू होने पर व्यवस्था संबंधी निरीक्षण भी जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से किया जाए. कलेक्टर कौशल ने भैंसमा, चैतमा और पोंड़ी में शुरू होने वाले कोविड केयर सेंटरों के लिए भी सभी जरूरी व्यवस्थाएं अगले एक हफ्ते में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.

बैठक में ये रहे उपस्थित

बैठक में कोरबा के वनमण्डलाधिकारी एन गुरूनाथन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, संयुक्त कलेक्टर सूर्यकिरण तिवारी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए. विकासखंड स्तर के मैदानी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल रहे.

Last Updated : Oct 21, 2020, 10:53 AM IST
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