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Charandas Mahant Met Sarpanchs: हसदेव अरण्य के सरपंचों से मिले विधानसभा अध्यक्ष, सालों से चल रही है जल जंगल जमीन की लड़ाई

हसदेव अरण्य का मुद्दा एक बार फिर उठने लगा है.कटघोरा के कई गांवों के सरपंचों ने विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से मुलाकात की और किसी भी कीमत पर कोल ब्लॉक नहीं खुलने देने की बात कही.

Charandas Mahant Met Sarpanchs
सरपंचों से मिले चरणदास महंत
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Published : Jul 3, 2023, 1:16 PM IST

कोरबा: कटघोरा प्रवास पर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से हसदेव अरण्य क्षेत्र के सरपंचों ने मुलाकात की. इस क्षेत्र के कोल ब्लॉक प्रभावित ग्रामों के सरपंचों ने कटघोरा के रेस्ट हाउस में महंत से मुलाकात कर अपनी बात रखी. विधानसभा को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया. प्रभावितों गांव के सरपंच व ग्रामीण मदनपुर क्षेत्र में कॉल ब्लॉक का लंबे समय से विरोध कर रहे हैं.

500 दिनों से चल रहा है आंदोलन : ग्रामीण ने डॉ महंत से कहा कि वह किसी स्थिति में हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोल ब्लॉक नहीं खुलने देना चाहते. जिसके लिए क्षेत्र के ग्रामीण पिछले 500 दिनों से आंदोलनरत हैं. कोल ब्लॉक के लिए सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना को रद्द करते हुए सम्पूर्ण हसदेव अरण्य क्षेत्र को बचाया जाए. इस क्षेत्र में परसा, मदनपुर साउथ, पतुरिया गिदमुड़ी और केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक प्रस्तावित हैं. कोरबा और सरगुजा जिले के बड़े वन क्षेत्र को निकाला जाएगा. इसके लिए राज्य व केंद्र सरकारों ने अनुमति दी है. कोयला उत्खनन का ठेका निजी कंपनियों को दिया गया है.

सरपंचों ने मांग की कि ग्रामीणों को अधिकार पट्टा आवंटित नहीं हुए हैं. इस दिशा में भी कदम उठाया जाए. हसदेव अरण्य क्षेत्र के 8 गांव के सरपंचों के प्रतिनिधित्व समूह ने कोल ब्लॉक के लिए फर्जी ग्राम सभा की निष्पक्ष जांच की मांग भी की. हसदेव में सभी कोयला खदानों को रद्द करने के विधानसभा के अशासकीय प्रस्ताव के बावजूद अब तक परसा खदान की वन स्वीकृति निरस्त न किए जाने से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा कर अपनी बात रखी.

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महंत ने वन अधिकार पट्टा पर दिया आश्वासन : विधानसभा अध्यक्ष ने कोयला ब्लॉक के अधीन आने वाले वन क्षेत्रों की जानकारी ली. ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उनके साथ क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक मोहित केरकेट्टा, डीएफओ प्रेमलता यादव भी मौजूद रहे. ग्रामीणों से बातचीत के दौरान डॉ महंत ने वन अधिकार पट्टा संबंधी मामलों के निराकरण की बात कही. ग्रामीणों को यथासंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया.

इन गांवों के सरपंच रहे मौजूद : विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत से मुलाकात के दौरान उमेश्वर आर्मो सरपंच पतुरियडांड, अमृतलाल के सरपंच गिधमुड़ी, देव साय मरपच्ची सरपंच मदनपुर, धन साय मंझवार सरपंच धजाक, जयसिंह बिंझवार सरपंच सिल्ली, ठंडीलाल सरपंच अरसियां, रमेश मंझवाई सरपंच केंदई, आनंद राम कुसरो सरपंच सालरी ग्राम, मुंशी प्रसाद पोर्ते सदस्य सालरी ग्राम, भुनेश्वर फत्तेपुर, बिपाशा पाल पर्यावरण कार्यकर्ता रायपुर, डा. ऋषिकांत चौधरी शोधार्थी मदनपुर, विजय कुमार कोर्राम सरपंच सालरी ग्राम, जयवर्धन पोर्ते सरपंच घाटबर्रा उपस्थित रहे.

कोरबा: कटघोरा प्रवास पर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से हसदेव अरण्य क्षेत्र के सरपंचों ने मुलाकात की. इस क्षेत्र के कोल ब्लॉक प्रभावित ग्रामों के सरपंचों ने कटघोरा के रेस्ट हाउस में महंत से मुलाकात कर अपनी बात रखी. विधानसभा को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया. प्रभावितों गांव के सरपंच व ग्रामीण मदनपुर क्षेत्र में कॉल ब्लॉक का लंबे समय से विरोध कर रहे हैं.

500 दिनों से चल रहा है आंदोलन : ग्रामीण ने डॉ महंत से कहा कि वह किसी स्थिति में हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोल ब्लॉक नहीं खुलने देना चाहते. जिसके लिए क्षेत्र के ग्रामीण पिछले 500 दिनों से आंदोलनरत हैं. कोल ब्लॉक के लिए सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना को रद्द करते हुए सम्पूर्ण हसदेव अरण्य क्षेत्र को बचाया जाए. इस क्षेत्र में परसा, मदनपुर साउथ, पतुरिया गिदमुड़ी और केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक प्रस्तावित हैं. कोरबा और सरगुजा जिले के बड़े वन क्षेत्र को निकाला जाएगा. इसके लिए राज्य व केंद्र सरकारों ने अनुमति दी है. कोयला उत्खनन का ठेका निजी कंपनियों को दिया गया है.

सरपंचों ने मांग की कि ग्रामीणों को अधिकार पट्टा आवंटित नहीं हुए हैं. इस दिशा में भी कदम उठाया जाए. हसदेव अरण्य क्षेत्र के 8 गांव के सरपंचों के प्रतिनिधित्व समूह ने कोल ब्लॉक के लिए फर्जी ग्राम सभा की निष्पक्ष जांच की मांग भी की. हसदेव में सभी कोयला खदानों को रद्द करने के विधानसभा के अशासकीय प्रस्ताव के बावजूद अब तक परसा खदान की वन स्वीकृति निरस्त न किए जाने से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा कर अपनी बात रखी.

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महंत ने वन अधिकार पट्टा पर दिया आश्वासन : विधानसभा अध्यक्ष ने कोयला ब्लॉक के अधीन आने वाले वन क्षेत्रों की जानकारी ली. ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उनके साथ क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक मोहित केरकेट्टा, डीएफओ प्रेमलता यादव भी मौजूद रहे. ग्रामीणों से बातचीत के दौरान डॉ महंत ने वन अधिकार पट्टा संबंधी मामलों के निराकरण की बात कही. ग्रामीणों को यथासंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया.

इन गांवों के सरपंच रहे मौजूद : विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत से मुलाकात के दौरान उमेश्वर आर्मो सरपंच पतुरियडांड, अमृतलाल के सरपंच गिधमुड़ी, देव साय मरपच्ची सरपंच मदनपुर, धन साय मंझवार सरपंच धजाक, जयसिंह बिंझवार सरपंच सिल्ली, ठंडीलाल सरपंच अरसियां, रमेश मंझवाई सरपंच केंदई, आनंद राम कुसरो सरपंच सालरी ग्राम, मुंशी प्रसाद पोर्ते सदस्य सालरी ग्राम, भुनेश्वर फत्तेपुर, बिपाशा पाल पर्यावरण कार्यकर्ता रायपुर, डा. ऋषिकांत चौधरी शोधार्थी मदनपुर, विजय कुमार कोर्राम सरपंच सालरी ग्राम, जयवर्धन पोर्ते सरपंच घाटबर्रा उपस्थित रहे.

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