कोरबा: 50 करोड़ की लागत से तैयार किए गए सृष्टि मेडिकल इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज को लेकर अब विवाद गहरा गया है. पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के बेटे संदीप कंवर और भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय के बीच जमकर मारपीट हुई थी, जिसके बाद बुधवार की देर रात दोनों ही पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने काउंटर केस दर्ज कर लिया है. मामले में एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें ननकीराम कंवर के बेटे संदीप, देवेंद्र पांडेय से माफी मांगते हुए दिख रहे हैं.
दोनों पक्षों ने इस घटना की शिकायत रामपुर पुलिस चौकी में की गई है. विवाद की वजह यह है कि अब से लगभग 10 साल पहले मंत्री रहते ननकीराम कंवर ने इस कॉलेज के निर्माण की शुरुआत की थी. उस वक्त भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय उनके बेहद नजदीकी हुआ करते थे, किसके कारण ही कंवर ने उन्हें सृष्टि सोसाइटी का चेयरमैन बनाया दिया था. ननकीराम ने लोगों से आर्थिक मदद लेकर सिटी मेडिकल कॉलेज का स्ट्रक्चर खड़ा किया. निर्माण कार्य से लेकर अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी प्रारंभ से देवेंद्र पांडेय निभाते रहे. जब तक ननकीराम मंत्री रहे सब कुछ ठीक चलता रहा.
वर्तमान में अस्पताल में ताला जड़ दिया गया
इसी बीच 2013 में ननकीराम कंवर के चुनाव हारने के बाद देवेंद्र पांडेय अपने ढंग से सोसाइटी का संचालन करने लगे. बताया जा रहा है कि सोसाइटी के कुछ सदस्यों को हटाकर उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे को सदस्य बना दिया. इसके लिए सोसायटी के संरक्षक ननकीराम कंवर से भी अनुमति नहीं ली गई. यही नहीं अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर्स और स्टाफ को भी 11 महीने से वेतन नहीं दिया गया है. वर्तमान में अस्पताल में ताला जड़ दिया गया है.
दोनों पक्षों के खिलाफ काउंटर केस दर्ज
संदीप का कहना है कि सृष्टि में उनके 40 लाख रुपए लगे हैं. इसलिए उसे सोसाइटी का सदस्य बनाया जाए. इसे लेकर वह पिछले कई दिनों से देवेंद्र पांडेय का चक्कर काट रहा था. बुधवार की रात देवेंद्र पांडेय के निहारिका, एमपी नगर स्थित घर में दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ. इतना ही नहीं बात हाथापाई तक आ गई, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया, जिसके बाद पुलिस दोनों पक्षों के खिलाफ काउंटर केस दर्ज किया है.
दोनों नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ दर्ज कराई FIR
रामपुर चौकी प्रभारी राजेश जांगड़े ने बताया कि संदीप की शिकायत पर देवेंद्र पांडेय के खिलाफ धारा 294, 323, 506 का के तहत अपराध दर्ज किया गया है. साथ ही देवेंद्र की शिकायत पर संदीप के खिलाफ धारा 452 और 323 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है. भाजपा के नेताओं के बीच हुई मारपीट से पार्टी में हड़कंप मच गया है. दोनों ही अपने-अपने तर्क विवाद के बाद भले ही पुलिस से शिकायत की, जबकि संदीप कंवर और देवेंद्र पांडेय दोनों ही खुलकर सामने आकर कुछ कहने से बच रहे हैं. देवेंद्र पांडेय का कहना है कि हिसाब-किताब चुकता हो चुका है. जबकि संदीप कंवर कहते हैं कि पैसे निवेश के बावजूद भी उन्हें सोसाइटी में सदस्य नहीं बनाया गया है. इन के बीच हुई इस बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हो चुकी है.
भाजपा के नेता भी नहीं आ रहे सामने
इस विषय में भाजपा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह ने ETV भारत से कहा कि फिलहाल इस मामले की जानकारी जुटाई जा रही है. पूरी जानकारी प्राप्त होने के बाद ही पार्टी की ओर से कुछ कहा जा सकता है.
जब मंत्री थे साथ चलता था काफिला
बहरहाल, ननकीराम कंवर भाजपा के शासन काल में जब गृह मंत्री हुआ करते थे, तब उनके पीछे पूरा काफिला चलता था. समर्थकों का लंबा जत्था उनके साथ था. वह जहां भी जाते थे लोगों की लाइन लगी रहती थी. सत्ता जाते ही अब उनके बेटे के साथ, उनके ही समर्थकों ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया है.