कोरबा: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की औसत दर 58.5 प्रतिशत है. जिले में अब तक 3 हजार 367 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से एक हजार 526 ग्रामीण क्षेत्र से और एक हजार 841 शहरी क्षेत्र के हैं. इनमें से इलाज के बाद एक हजार 971 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं.
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कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश पर कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं. जिले में शासकीय और निजी अस्पतालों को मिलाकर 8 कोविड अस्पतालों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
पोड़ी उपरोड़ा में सबसे अधिक रिकवरी
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में बीते दिन की स्थिति में कोविड-19 के एक हजार 375 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज जिले के विशेष कोविड अस्पताल सहित स्याहीमुड़ी के कोविड केयर सेंटर, होम आइसोलेशन और निजी क्षेत्र के विशेष कोविड केयर सेंटर्स में चल रहा है. अब तक मिले पाॅजिटिव मरीजों और अस्पतालों में इलाज के बाद ठीक हुए मरीजों के हिसाब से पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में रिकवरी रेट जिले में सबसे ज्यादा 84.39 प्रतिशत मिला है. पोड़ी-उपरोड़ा में बीते दिन तक 141 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 119 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों का रिकवरी रेट अधिक
रिकवरी रेट के हिसाब से जिले में दूसरा स्थान कोरबा ग्रामीण क्षेत्र का है, जहां रिकवरी रेट 71.26 प्रतिशत है. कोरबा विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 268 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं, जिनमें से 191 ठीक हो गए हैं. करतला ब्लॉक में 286 कुल कोरोना मरीजों में से 177 अब तक ठीक हो चुके हैं. करतला ब्लॉक का रिकवरी रेट 61.88 प्रतिशत है. कटघोरा में मिले 568 कोरोना मरीजों में से अब तक 343 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गए हैं और कटघोरा विकासखंड में रिकवरी रेट 60.38 प्रतिशत है. जिले में सबसे कम 44.86 प्रतिशत रिकवरी रेट पाली विकासखंड के कोरोना संक्रमितों का है, जहां अब तक 263 कोरोना मरीजों में से 118 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए हैं.