कोंडागांव: 17 जून को भले ही प्रदेश में भूपेश सरकार (Two and a half years of Bhupesh government) के ढाई साल पूरे हो रहे हो लेकिन सरकार से ज्यादा एक्साइटेड इस समय छत्तीसगढ़ बीजेपी (Chhattisgarh BJP) है. इस वजह से पूरे प्रदेश में इस समय बीजेपी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश सरकार के ढाई साल (Two and a half years of Bhupesh government) का हिसाब मांग रही है. कोंडागांव बीजेपी कार्यालय (Kondagaon BJP Office) में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी (Vikram Usendi) ने प्रेस वार्ता की और छत्तीसगढ़ सरकार पर वादाखिलाफी, धोखाधड़ी और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया.
उसेंडी ने कहा कि पवित्र गंगाजल हाथ में लेकर जिस तरह वादों की अवहेलना की गई. ऐसा उदाहरण देश में और कही देखने को नहीं मिला. शराबबंदी का वादा किया गया. लेकिन शराब की घर पहुंच सेवा मिलने लगी. हाल ही में महासमुंद में 6 लोगों की ट्रेन से कटकर मौत की जो हृदय विदारक घटना हुई. उसके पीछे की मुख्य वजह भी शराब ही निकलकर सामने आई.
'अपराधगढ़ बना छत्तीसगढ़'
विक्रम उसेंडी (Vikram Usendi ) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शांति का टापू रहा छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ में बदलता जा रहा है. चाकूबाजी, हत्या, बलात्कार, चोरी, डकैती और लूटपाट के हजारों मामलो के बीच कई ऐसे मामले है जो दर्ज भी नहीं हो पाते हैं.
'किसानों के कर्ज के जाल में फंसाया'
छत्तीसगढ़ सरकार (chhattisgarh government) ने जनघोषणा पत्र में किसानों को कर्जमुक्त करने का दावा किया लेकिन इसके उलट प्रदेश के किसानों को कर्ज के जाल में फंसा दिया. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (PCC Chief Mohan Markam) ढिंढोरा पीट रहे हैं कि तेंदूपत्ता की सर्वाधिक खरीदी उनकी सरकार ने की है. जबकि उन्हें बताना चाहिए कि इससे कितने संग्राहक परिवारों को फायदा पहुंचा है. इस सरकार मे तेंदूपत्ता संग्रहण केवल अधिकारियों, ठेकेदारों और राजनेताओं की 'अवैध कमाई' का एक बहुत बड़ा जरिया बनकर रह गया है. जबकि तेंदूपत्ता संग्राहकों (Tendu leave collector) के 'हित-संवर्धन' में भाजपा की सरकार सबसे आगे रही और उसकी तेंदूपत्ता नीतियों ने आदिवासी इलाकों की किस्मत को चमका दिया.
मुठ्ठीभर लोगों को भी रोजगार नहीं मिला: लता उसेंडी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी (Lata Usendi) ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में कांग्रेस सरकार लगभग सभी मापदंड पर फिसड्डी साबित हुई है. बावजूद इसके डींगे हांकने से इनके नेता बाज नहीं आते. हर घर को रोजगार और एक लाख शासकीय रोजगार का वादा करने वाली इस सरकार ने मुट्ठी भर रोजगार भी नहीं दिए. प्रदेश मे बेरोजगार पंजीकृत युवाओं की संख्या करीब 25 लाख है. कांग्रेस 25 सौ रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर सत्ता में आई थी. जो अब तक युवाओं को नहीं मिला. किसानों और बुजुर्गो को पेंशन का वादा किया था, भूमिहीन परिवारों को जमीन, सबके सिर पर छत, कब्जाधारियों को पट्टा और न जाने कितने ही सपने प्रदेश की जनता को दिखाए गए जो पूरे नहीं हुए.
छत्तीसगढ़ सरकार के ढाई साल: 'नई शादी हो तो हनीमून के लिए समय देना पड़ता है'
जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कहा कि भूपेश सरकार (Bhupesh Sarkar) हर तरफ से नाकाम साबित हुई है. लोगों में सरकार के प्रति जमकर नाराजगी है. अब हमें चुनावी मोड पर आना होगा और हर कार्यक्रम जनता के बीच जाकर करने होंगे. यह महत्वपूर्ण अवसर है जिसे भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस के चुनावी वादों की विफलता को गिनाना चाहिए. अरोरा ने कहा कि बीजेपी महाअभियान के माध्यम से घर-घर जाकर भूपेश सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लेकर जाएगी और उनके कामों का हिसाब इस सरकार से मांगेगी.
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष हेमकुवर पटेल, ओम प्रकाश टावरी, जितेंद्र सुराना, प्रतोष त्रिपाठी, रौनक दीवान, जैनेंद्र सिंह ठाकुर, संजय मोदी , प्रशांत पात्र, विक्की रवानी व बिट्टू पाणिग्रही मौजूद रहे.