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कोंडागांव: सुविधाओं के नाम पर खिलाड़ियों से भद्दा मजाक, सरकार पर खेल से खिलवाड़ का आरोप !

प्रदेश में टेबल टेनिस खिलाड़ियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. जिसकी वजह से खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा को निखार नहीं पा रहे हैं. कोंडागांव में 4 करोड़ की लागत से बन रहे इंडोर स्टेडियम में इन खिलाड़ियों के लिए कोई सुविधा नहीं है.

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Published : Jul 18, 2020, 7:53 PM IST

Updated : Jul 18, 2020, 10:58 PM IST

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टेबल टेनिस खिलाड़ियों को सुविधा नहीं

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार खेल के विकास और खिलाड़ियों के लिए हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का दावा करती है. लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है. खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पा रही है. ताजा मामला कोंडागांव का है जहां के टेबल टेनिस खिलाड़ियों के लिए इंडोर स्टेडियम में टेबल टेनिस प्रैक्टिस हॉल नहीं बनाया गया है. यहां के खिलाड़ी महज 18 बाइ 12 के जर्जर भवन में प्रैक्टिस करते हैं और इसी के बल बूते वह प्रतियोगिता में जीत दर्ज करते आ रहे हैं. पूरे मामले में खेल विभाग उदासीन दिख रहा है.

सरकार पर खेल से खिलवाड़ का आरोप !

खिलाड़ी 1998 से जर्जर भवन में टेबल टेनिस की कर रहे प्रैक्टिस

प्रशिक्षक का कहना इसी जर्जर भवन से प्रैक्टिस कर खिलाड़ी 97 बार नेशनल स्तर और 350 बार राज्य स्तरीय टेनिस खेलों में प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन उनको एक मैदान तक नसीब नहीं हुआ. सीईओ का कहना खिलाड़ियों के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी. कोंड़ागांव के जर्जर भवन में खिलाड़ी 1998 से टेबल टेनिस खेलने और सीखने को मजबूर हैं. लगातार मांग करने के बावजूद प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. इतना ही नहीं जिले में 4 करोड़ की लागत से बन रहे इंडोर स्टेडियम में भी उन्हें 18×12 का एक हॉल तक नसीब नहीं हुआ. ऐसे में खिलाड़ियों में निराशा है और वह मायूस हैं.

खिलाडियों की प्रतिभा को पहचानने की जरूरत

बता दें कि टेबल टेनिस खिलाड़ी 1998 से एक एक अदद हॉल के लिए राह ताक रहे हैं, लेकिन उनकी आस आज तक पूरी नहीं हुई है. खिलाड़ियों की प्रतिभा को पहचानने के साथ-साथ उन्हें बुनियादी सुविधाएं देने की जरूरत है, ताकि छत्तीसगढ़ का नाम खेल जगत में रोशन होता रहे.

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार खेल के विकास और खिलाड़ियों के लिए हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का दावा करती है. लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है. खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पा रही है. ताजा मामला कोंडागांव का है जहां के टेबल टेनिस खिलाड़ियों के लिए इंडोर स्टेडियम में टेबल टेनिस प्रैक्टिस हॉल नहीं बनाया गया है. यहां के खिलाड़ी महज 18 बाइ 12 के जर्जर भवन में प्रैक्टिस करते हैं और इसी के बल बूते वह प्रतियोगिता में जीत दर्ज करते आ रहे हैं. पूरे मामले में खेल विभाग उदासीन दिख रहा है.

सरकार पर खेल से खिलवाड़ का आरोप !

खिलाड़ी 1998 से जर्जर भवन में टेबल टेनिस की कर रहे प्रैक्टिस

प्रशिक्षक का कहना इसी जर्जर भवन से प्रैक्टिस कर खिलाड़ी 97 बार नेशनल स्तर और 350 बार राज्य स्तरीय टेनिस खेलों में प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन उनको एक मैदान तक नसीब नहीं हुआ. सीईओ का कहना खिलाड़ियों के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी. कोंड़ागांव के जर्जर भवन में खिलाड़ी 1998 से टेबल टेनिस खेलने और सीखने को मजबूर हैं. लगातार मांग करने के बावजूद प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. इतना ही नहीं जिले में 4 करोड़ की लागत से बन रहे इंडोर स्टेडियम में भी उन्हें 18×12 का एक हॉल तक नसीब नहीं हुआ. ऐसे में खिलाड़ियों में निराशा है और वह मायूस हैं.

खिलाडियों की प्रतिभा को पहचानने की जरूरत

बता दें कि टेबल टेनिस खिलाड़ी 1998 से एक एक अदद हॉल के लिए राह ताक रहे हैं, लेकिन उनकी आस आज तक पूरी नहीं हुई है. खिलाड़ियों की प्रतिभा को पहचानने के साथ-साथ उन्हें बुनियादी सुविधाएं देने की जरूरत है, ताकि छत्तीसगढ़ का नाम खेल जगत में रोशन होता रहे.

Last Updated : Jul 18, 2020, 10:58 PM IST
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