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बदहाली: यहां एक कमरे में पढ़ते हैं चार कक्षा के 43 बच्चे - Classes in the room and porch

सिस्टम की लचर रवैये के कारण एक साथ चार क्लासेस लगाए जाने से बच्चों और शिक्षकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बोरगांव में माध्यमिक स्कूल के एक कमरे में लगती हैं चार क्लास
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Published : Sep 3, 2019, 10:59 PM IST

कोंडागांवः केशकाल ब्लॉक के बोरगांव में मौजूद प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर हो गया है. आलम यह है कि गांव की माध्यमिक स्कूल के एक कमरे और बरामदे में क्लासेस लगाई जा रही हैं. एक ही कमरे में चार क्लास लगने से बच्चों और शिक्षकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बोरगांव में माध्यमिक स्कूल के एक कमरे में लगती हैं चार क्लास

केशकाल ब्लॉक से लगे बोरगांव के प्राथमिक विद्यालय में पहली से लेकर पांचवी तक के 43 बच्चे पढ़ाई करते हैं. प्राथमिक शाला भवन की जर्जर हालात की वजह से बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर माध्यमिक शाला में बैठाया जाता है. छात्र-छात्राओं को एक ही कमरे में बैठाकर पहली से चौथी क्लास तक पढ़ाई कराई जा रही है. वहीं पांचवी कक्षा के बच्चों को बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है.

भवन से अचानक गिरता है प्लास्टर
प्राथमिक स्कूल की हेड मास्टर ने ETV भारत को बताया कि 'प्राथमिक शाला का भवन इतना ज्यादा जर्जर है कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है. इस के अलावा छत से अचानक प्लास्टर गिर जाता है. इस वजह से खतरे को भापते हुए बच्चों की कक्षाओं को माध्यमिक शाला में संचालित किया जा रहा है'. उन्होंने ने कहा कि 'एक ही कमरे में बच्चों को बैठाकर पढा़ने से बहुत ही मुश्किल होती है'.

अधिकांश स्कूल भवनें जर्जर
सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ब्लॉक में अधिकांश स्कूल भवनों की हालत खराब है. जिनकी मरम्मत के लिए प्रशासन को एक साल पहले सूचना दी गई थी, लेकिन अभी तक मरम्मत के लिए फंड पास नहीं कराया गया है. इस कारण बच्चों को वैकल्पिक स्थानों में बैठाकर क्लास लगाई जा रही है.

कोंडागांवः केशकाल ब्लॉक के बोरगांव में मौजूद प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर हो गया है. आलम यह है कि गांव की माध्यमिक स्कूल के एक कमरे और बरामदे में क्लासेस लगाई जा रही हैं. एक ही कमरे में चार क्लास लगने से बच्चों और शिक्षकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बोरगांव में माध्यमिक स्कूल के एक कमरे में लगती हैं चार क्लास

केशकाल ब्लॉक से लगे बोरगांव के प्राथमिक विद्यालय में पहली से लेकर पांचवी तक के 43 बच्चे पढ़ाई करते हैं. प्राथमिक शाला भवन की जर्जर हालात की वजह से बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर माध्यमिक शाला में बैठाया जाता है. छात्र-छात्राओं को एक ही कमरे में बैठाकर पहली से चौथी क्लास तक पढ़ाई कराई जा रही है. वहीं पांचवी कक्षा के बच्चों को बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है.

भवन से अचानक गिरता है प्लास्टर
प्राथमिक स्कूल की हेड मास्टर ने ETV भारत को बताया कि 'प्राथमिक शाला का भवन इतना ज्यादा जर्जर है कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है. इस के अलावा छत से अचानक प्लास्टर गिर जाता है. इस वजह से खतरे को भापते हुए बच्चों की कक्षाओं को माध्यमिक शाला में संचालित किया जा रहा है'. उन्होंने ने कहा कि 'एक ही कमरे में बच्चों को बैठाकर पढा़ने से बहुत ही मुश्किल होती है'.

अधिकांश स्कूल भवनें जर्जर
सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ब्लॉक में अधिकांश स्कूल भवनों की हालत खराब है. जिनकी मरम्मत के लिए प्रशासन को एक साल पहले सूचना दी गई थी, लेकिन अभी तक मरम्मत के लिए फंड पास नहीं कराया गया है. इस कारण बच्चों को वैकल्पिक स्थानों में बैठाकर क्लास लगाई जा रही है.

Intro:
जिले में संचालित 1227 प्राथमिक 602 माध्यमिक व 158 हायर सेकेंडरी विद्यालयों में अधिकांश भवनो की स्थिति जर्जर है। अकेले केशकाल ब्लॉक में 100 से ज्यादा स्कूल की हालत जर्जर है।जहां भवन बच्चों को बिठाकर पढ़ाने की स्थिति में नहीं है। शिक्षकों द्वारा भवनों की जर्जर स्थिति को लेकर अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं देते।


Body:केशकाल ब्लाक अंतर्गत बोरगांव में एक ऐसा विद्यालय है ।जहां एक कमरे में चार कक्षाएं संचालित हो रही है। केशकाल से लगा हुआ बोरगांव विद्यालय में पहली से पांचवी तक 43, छठवीं से आठवीं तक 29 बच्चे है । शिक्षिका ने बताया भवन जर्जर व अचानक प्लास्टर गिरता है जिसके चलते बच्चे को प्राथमिक विद्यालय भवन में बिठाने से डरते है। जिसके चलते माध्यमिक विद्यालय के एक कमरे में पहली से चौथी तक चार कक्षाएं संचालित हो रही है व पांचवी के बच्चों को बरामदे में बिठाकर अध्ययन कराया जा रहा है।

बाइट_रश्मि ठाकुर, एचएम , बोरगांव प्राथमिक शाला, केशकाल

बाइट_मनोज दुबे, सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, केशकाल,

बाइट_स्कूली बच्चे, बोरगांव प्राथमिक शाला,केशकाल,

वाक थ्रू_सुनील यादव
Conclusion:विद्यालय के शिक्षिका ने कहा एक ही कमरे में 4 कक्षाएं लगाने से हमें पढा़ने में काफी दिक्कत होती है। पहली ,दूसरी के बच्चों को बॉक्स कॉपी देकर व्यस्त कर देते हैं । तीसरी, चौथी में दो मैडम एक साथ कक्षाएं लेती है।
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