कोंडागांव: आगामी धान खरीदी को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से प्राथमिकता देते हुए गिरदावरी का कार्य करा रही थी. गिरदावरी कार्य के द्वारा इस खरीफ वर्ष में धान की वास्तविक बोये गये रकबे का पता लगाने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में गिरदावरी को एक अभियान के रूप में संचालित किया जा रहा था.
गिरदावरी कार्य के लिए शासन ने 20 सितंबर को खसरा और भूईयां सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि की अंतिम तिथि निर्धारित की थी, जिसे ध्यान में रखते हुए कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने विभिन्न बैठकों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को गिरदावरी कार्य को प्राथमिकता से लेते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए थे. उन्होंने ने कहा था कि खेतों में पहुंचकर फसल के रकबे की वास्तविक जानकारी लेने और समय-समय पर ऑनलाइन प्रविष्टि भूईयां सॉफ्टवेयर में करने के निर्देश दिए थे.
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा समय-समय पर गिरदावरी कार्य की प्रगति के संबंध में समीक्षा करते थे. इस प्रकार कलेक्टर के प्रभावी मार्गदर्शन से जिला प्रशासन की टीम ने इसे एक अभियान के रूप में इसपर कार्य करते हुए जिले को गिरदावरी कार्य को पूरे प्रदेश में सर्वप्रथम पूर्ण करने का गौरव प्राप्त कराया.
28 सितंबर तक कर सकते हैं दावा आपत्ति
बता दें, शासन की ओर से प्राप्त अंतिम तिथि को जारी सूची अनुसार कोंडागांव 27 जिलों में मैदानी स्तर पर गिरदावरी कार्य के साथ खसरा और भुइयां सॉफ्टवेयर में शत-प्रतिशत ऑनलाइन प्रविष्टि के द्वारा प्रथम स्थान पर रहा. अब 21 सितंबर को ग्रामवार फसल क्षेत्राच्छादन प्रकाशित किया जाएगा. इस संबंध में ग्रामीण दावा आपत्ति 28 सितंबर तक गांव में पेश कर सकते हैं. प्राप्त दावा आपत्तियों का निराकरण प्रशासन की ओर से 7 अक्टूबर तक किया जाएगा. इसके पश्चात दावा आपत्ति अनुसार खसरा पांचसाला और सॉफ्टवेयर में संशोधन 14 अक्टूबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
सभी अधिकारी-कर्मचारी बधाई के पात्र
इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि जिले के प्रशासनिक टीम ने गिरदावरी कार्य को शुद्धतापूर्वक पूरा किए जाने के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारी बधाई के पात्र हैं. गिरदावरी का कार्य समय पर पूर्ण हो जाने से जल्द से जल्द दावा-आपत्ति निराकरण और भुईयां सॉफ्टवेयर में संशोधन का कार्य समय पर पूरा किया जा सकेगा, जिससे आगामी धान विक्रय के समय किसानों को होने वाली परेशानियों से बचाया जा सकता है.
कुछ दिन पहले 27वें स्थान पर था जिला
इस संबंध में एसडीएम पवन कुमार प्रेमी ने बताया कि गिरदावरी कार्य के दौरान ऑनलाइन प्रविष्टियों को साथ-साथ न किए के जाने कारण जिले की रैंकिंग 13 सितंबर तक 27वें स्थान पर रही थी, लेकिन मैदानी स्तर पर गिरदावरी कार्य पूर्ण करने के पश्चात ऑनलाइन प्रविष्टियों का कार्य तेजी से किया गया, जिससे 20 सितंबर तक शत-प्रतिशत ऑनलाइन प्रविष्टि के साथ जिला प्रदेश में पहले नंबर पर आ गया है.