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कोंडागांव: न बिजली है, न पानी, अव्यवस्थाओं के बीच कैसे ये कर्मचारी रखेंगे धान पर निगरानी - kondagaon

शासन-प्रशासन ओडिशा से आने वाले धान को रोकने के लिए सीमा पर चेक पोस्ट लगाकर अपनी पीठ थपथपाने में लगा है, लेकिन चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों का हाल-बेहाल है, कर्मचारी पैरा और प्लास्टिक की बनी झोपड़ी में रात गुजारने को मजबूर हैं. चेक पोस्ट पर पानी और बिजली तक की व्यवस्था नहीं है.

Deployment of officers to curb paddy smuggling in kondagaon
प्लास्टिक की झोपड़ी में बीत रही अधिकारियों की रात
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Published : Dec 1, 2019, 5:29 PM IST

Updated : Dec 1, 2019, 11:37 PM IST

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की अवैध तस्करी को रोकने के लिए माकड़ी से लगे ओडिशा सीमा पर 8 चेक पोस्ट बनवाए हैं. जहां राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, कृषि विभाग समेत वन विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगवाई है, लेकिन इन चेक पोस्ट में किसी तरह की सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गई है. इससे विभाग के कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा.

धान की अवैध तस्करी अधिकारियों की लगी ड्यूटी

पढ़ें: गरियाबंद : धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था से बढ़ी किसानों की दिक्कतें

माकड़ी विकासखण्ड से लगे ओडिशा सीमा पर चेक पोस्ट में बनाये गए हैं. यहां सुनसान जंगल में कर्मचारियों का रात गुजारना उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है. कर्मचारी पॉलिथीन और पैरा से बनी झोपड़ियों में ड्यूटी करने को मजबूर हैं. यहां न तो पानी की व्यवस्था है और न ही बिजली की व्यवस्था है. कर्मचारियों का आरोप है कि पूरी रात अंधेरे में जागकर गुजारना किसी खतेरे से कम नहीं है, कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है'.

पढ़ें: दुर्ग: जिले में धान खरीदी की पूरी तैयारी, जिले में बढ़े 11 हजार नए किसान

चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि रात को ड्यूटी लगती है, लेकिन उन्हें दिन में भी छुट्टी नहीं मिलती. कर्मचारियों की मांग है उनकी ड्यूटी पूरे दिन के लिए न लगाई जाए, एक पहर की छुट्टी दी जाए.

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की अवैध तस्करी को रोकने के लिए माकड़ी से लगे ओडिशा सीमा पर 8 चेक पोस्ट बनवाए हैं. जहां राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, कृषि विभाग समेत वन विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगवाई है, लेकिन इन चेक पोस्ट में किसी तरह की सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गई है. इससे विभाग के कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा.

धान की अवैध तस्करी अधिकारियों की लगी ड्यूटी

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माकड़ी विकासखण्ड से लगे ओडिशा सीमा पर चेक पोस्ट में बनाये गए हैं. यहां सुनसान जंगल में कर्मचारियों का रात गुजारना उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है. कर्मचारी पॉलिथीन और पैरा से बनी झोपड़ियों में ड्यूटी करने को मजबूर हैं. यहां न तो पानी की व्यवस्था है और न ही बिजली की व्यवस्था है. कर्मचारियों का आरोप है कि पूरी रात अंधेरे में जागकर गुजारना किसी खतेरे से कम नहीं है, कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है'.

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चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि रात को ड्यूटी लगती है, लेकिन उन्हें दिन में भी छुट्टी नहीं मिलती. कर्मचारियों की मांग है उनकी ड्यूटी पूरे दिन के लिए न लगाई जाए, एक पहर की छुट्टी दी जाए.

Intro:धान की तस्करी उड़ीसा से रोकने विभागीय कर्मचारियों को करना पड़ रहा कई दिक्कतों का सामना....
Body:प्रशासन भले ही उड़ीसा से आने वाले धान को रोकने के लिए सीमा में चेक पोस्ट लगाकर अपनी पीठ थपथपाने में लगा है , पर चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारियों की परेशानी उनकी कहानी खुद ब खुद बयां करती है। दूसरे राज्यों से अवैध रूप से आने वाला धान रोकने प्रशासन का तो बेहतरीन प्रयास है ,पर जिन कर्मचारियों का उस चेक पोस्ट में ड्यूटी लगा है वे कर्मचारी दिन रात की ड्यूटी से परेशान है।
Conclusion:विकास खण्ड माकड़ी से लगे उड़ीसा सीमा में कुल 8 चेक पोस्ट बनाये गये हैं, जिसमे राजस्व विभाग,पुलिस विभाग, कृषि विभाग,वन विभाग समेत कई विभाग को इसका दायित्व देकर जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सीमा पर तैनात किया गया है। बीच सुनसान जंगल मे रात गुजारना कर्मचारियों के लिए परेशानी भरा है । पॉलिथीन व पैरा से बनी झोपड़ी, पीने के पानी तक की सुविधा नही है,पुरी रात अंधेरे में जाग कर गुजारते है । एक पाली का समय 8 -8 घण्टे का है , एक पाली में तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। असुविधा के चलते उड़ीसा सीमा में अवैध परिवहन रोकने चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों के साथ कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। अवैध परिवहन कर्ताओं के साथ हाथापाई व जंगली जानवरों का भी भय है। तैनात कर्मचारियों ने बताया जिन कर्मचारियों का चेक पोस्ट में ड्यूटी लगा है , उन्हें दिन को भी छुट्टी नही मिलती, चेक पोस्ट में ड्यूटी करके आने के बाद पुनः अपने प्रतिदिन के कार्य मे लग जाते है । वहीं वन विभाग का सीमांकन , मार्किंग आदि कार्य जो समय सीमा में पूर्ण करना था, चेक पोस्ट में ड्यूटी लगने के चलते प्रभावित हो रहा । कर्मचारी कहते हैं जिनका चेक पोस्ट में ड्यूटी लगा उन्हें सिर्फ एक समय रात या दिन ड्यूटी देना चाहिए।
Last Updated : Dec 1, 2019, 11:37 PM IST
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