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बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, खेत-खलिहान में भरा पानी

बेमौसम बारिश की वजह से किसान बेहद परेशान हैं. खेत में पौधे लगाने का काम रुका है. वहीं कुछ किसानों के धान मिंजाई का काम भी अधूरा पड़ा है.

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
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Published : Feb 8, 2020, 7:34 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 8:05 PM IST

पखांजुर/ कांकेर: बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. बीती रात को हुई अचानक बारिश की वजह से खेत-खलिहान में जलभराव की स्थिति बन गई, इसकी वजह से खेत में पौधे लगाने का काम रुका है. वहीं कुछ किसानों के धान मिंजाई का काम भी अधूरा पड़ा है.

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी

किसान अमित बोस से जब ETV भारत की टीम ने बातचीत की तो उन्होंने अपने खेत में मिर्ची और बैगन के पौधे लगाने की बात कही. किसान ने बताया कि 'उन्होंने दो एकड़ जमीन पर जुताई कर पौधे रोपण करने के लिए खेत तैयार कर लिए थे. पौधे रोपने के लिए 10 लेबर भी शनिवार की सुबह पहुंचने वाले थे, लेकिन अचानक रात को मौसम बिगड़ने से झमाझम बारिश शुरू हो गई और किसान के खेत की मिट्टी गीली हो गई, जिससे वे खेत में पौधों का रोपण नहीं कर पाया. अमित ने बताया कि 'खेत तैयार करने का सारे खर्च का नुकसान हो गया है. मिट्टी गीली होने के कारण पौधों के रोपण का उपयुक्त समय बीत जाएगा. मिट्टी को सूखने में अभी करीब दस दिन लग सकते हैं.

पढ़ें:इनकी आंखों में चमकेगी शिक्षा की ज्योति, छग में देश का दूसरा दृष्टिबाधित स्मार्ट क्लास

मक्के की फसल हो सकती है बर्बाद
वहीं किसान भावसिंह मंडावी का कहना है कि 'उन्होंने अपने खेत में मक्के की फसल लगाई थी और अभी मक्के में पानी नाम मात्र ही देना था, क्योंकि मक्के का पौधा अभी छोटा है. अचानक बेमौसम बारिश की वजह से मक्के की खेत में जलजमाव हो गया है'. किसान ने बताया कि 'अतिरिक्त जलजमाव की वजह से मक्के का पौधे सड़ सकता है'.

प्लास्टिक से ढका धान
प्लास्टिक से ढका धान

आंगन में पॉलिथिन से ढका है धान
भावसिंग ने बताया कि 'वे अभी तक धान नहीं बेच पाए हैं, क्योंकि समय पर टोकन नहीं मिला था. अभी टोकन मिला है तो मौसम बहुत खराब हैट. किसान भावसिंह की 5 एकड़ धान आंगन में पॉलिथिन से ढकी हुई है. वहीं किसान ने अपना आशियाना बनाने के लिए कुछ ईंट बनाए थे, जो बेमौसम बारिश से बर्बाद हो गए.

बारिश में भींगता धान
बारिश में भींगता धान

पखांजुर/ कांकेर: बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. बीती रात को हुई अचानक बारिश की वजह से खेत-खलिहान में जलभराव की स्थिति बन गई, इसकी वजह से खेत में पौधे लगाने का काम रुका है. वहीं कुछ किसानों के धान मिंजाई का काम भी अधूरा पड़ा है.

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी

किसान अमित बोस से जब ETV भारत की टीम ने बातचीत की तो उन्होंने अपने खेत में मिर्ची और बैगन के पौधे लगाने की बात कही. किसान ने बताया कि 'उन्होंने दो एकड़ जमीन पर जुताई कर पौधे रोपण करने के लिए खेत तैयार कर लिए थे. पौधे रोपने के लिए 10 लेबर भी शनिवार की सुबह पहुंचने वाले थे, लेकिन अचानक रात को मौसम बिगड़ने से झमाझम बारिश शुरू हो गई और किसान के खेत की मिट्टी गीली हो गई, जिससे वे खेत में पौधों का रोपण नहीं कर पाया. अमित ने बताया कि 'खेत तैयार करने का सारे खर्च का नुकसान हो गया है. मिट्टी गीली होने के कारण पौधों के रोपण का उपयुक्त समय बीत जाएगा. मिट्टी को सूखने में अभी करीब दस दिन लग सकते हैं.

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मक्के की फसल हो सकती है बर्बाद
वहीं किसान भावसिंह मंडावी का कहना है कि 'उन्होंने अपने खेत में मक्के की फसल लगाई थी और अभी मक्के में पानी नाम मात्र ही देना था, क्योंकि मक्के का पौधा अभी छोटा है. अचानक बेमौसम बारिश की वजह से मक्के की खेत में जलजमाव हो गया है'. किसान ने बताया कि 'अतिरिक्त जलजमाव की वजह से मक्के का पौधे सड़ सकता है'.

प्लास्टिक से ढका धान
प्लास्टिक से ढका धान

आंगन में पॉलिथिन से ढका है धान
भावसिंग ने बताया कि 'वे अभी तक धान नहीं बेच पाए हैं, क्योंकि समय पर टोकन नहीं मिला था. अभी टोकन मिला है तो मौसम बहुत खराब हैट. किसान भावसिंह की 5 एकड़ धान आंगन में पॉलिथिन से ढकी हुई है. वहीं किसान ने अपना आशियाना बनाने के लिए कुछ ईंट बनाए थे, जो बेमौसम बारिश से बर्बाद हो गए.

बारिश में भींगता धान
बारिश में भींगता धान
Intro:ऐंकर - बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, पिछले महीने से ही पखांजुर क्षेत्र में बेमौसम बारिश हप्ताह में एक दो बार गिर रहा था कि पिछले रात एक बार फिर अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई,इस बेमौसम बारिश से खेत खलिहान में जलजमाव हो गया है कहि खेत में पौधे लगाने का काम रुका तो कही मक्के की खेत में जलजमाव हो गया है वही कुछ किसानों की धान मिंजाई करना भी अधूरा पड़ा है।Body:किसान अमित बोस की बात करे तो अमित अपने खेत में मिर्ची एवं बैगन की का पौधे लगा रहे थे मिर्ची एवं बैग का पौधा बड़ा हो गया देख किसान अमित ने अपने दो एकड़ जमीन पर जोताई कर पौधे रोपण करने के लिए खेत तैयार कर लिए पौधे रोपण के लिए 10 लेबर भी आज सुबह पहुँचने वाले थे कि रात को अचानक मौषम बिगड़ने से झमाझम बारिश शुरू हो गई अमित की सैर तैयार खेत की मिट्टी गीली हो गई और अपने खेत में पौधों का रोपण नहीं कर पाया अमित की माने तो खेत तैयार करने का सारा खर्च नुकसान हो गया और पौधों का रोपण का भी उपयुक्त समय बीत जाएगा क्योंकि गीली मिट्टी को सूखने में अभी हप्ताह दस दिन बीत जाएगा।Conclusion:वही हाल किसान भावसिंग मंडावी का हैं किसान भावसिंग ने अपने खेत में मक्का का फसल लगाया और अभी मक्का में पानी नाम मात्र ही देना होता हैं क्योंकि मक्का का पौधा अभी छोटा है अचानक बेमौसम बारिश से सारा मक्का की खेत में जलजमाव हो गया है किसान भावसिंग का कहना है कि अतिरिक्त जलजमाव से मक्के का पौधे सड़ने का डर बना रहता है किसान भावसिंग ने अपना धान भी अभी तक बेच नहीं पाया है क्योंकि समय पर टोकन नहीं मिला था अभी टोकन मिला तो मौसम भी बोहत खराब है किसान भावसिंग का 5 एकड़ का धान आंगन में पलेथिन से ढका हुआ है वही किसान ने अपना आशियाना बनाने के लिए कुछ मिट्टी का ईटा बनाया था जो बेमौसम बारिश से भीग कर नष्ट हो रहा है।

बाइट - संजय नायक(किसान शोहेगाव)टोपी पहने है

बाइट - अमित बोस(किसान ग्राम नं.25)जैकेट पहने हैं

बाइट - भाव सिंग मंडावी(किसान शोहेगाव)चेक शार्ट

रिपोर्टर - देबाशीष बिस्वास पखांजुर 7587849010,6266609662
Last Updated : Feb 8, 2020, 8:05 PM IST
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