पखांजुर/ कांकेर: बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. बीती रात को हुई अचानक बारिश की वजह से खेत-खलिहान में जलभराव की स्थिति बन गई, इसकी वजह से खेत में पौधे लगाने का काम रुका है. वहीं कुछ किसानों के धान मिंजाई का काम भी अधूरा पड़ा है.
किसान अमित बोस से जब ETV भारत की टीम ने बातचीत की तो उन्होंने अपने खेत में मिर्ची और बैगन के पौधे लगाने की बात कही. किसान ने बताया कि 'उन्होंने दो एकड़ जमीन पर जुताई कर पौधे रोपण करने के लिए खेत तैयार कर लिए थे. पौधे रोपने के लिए 10 लेबर भी शनिवार की सुबह पहुंचने वाले थे, लेकिन अचानक रात को मौसम बिगड़ने से झमाझम बारिश शुरू हो गई और किसान के खेत की मिट्टी गीली हो गई, जिससे वे खेत में पौधों का रोपण नहीं कर पाया. अमित ने बताया कि 'खेत तैयार करने का सारे खर्च का नुकसान हो गया है. मिट्टी गीली होने के कारण पौधों के रोपण का उपयुक्त समय बीत जाएगा. मिट्टी को सूखने में अभी करीब दस दिन लग सकते हैं.
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मक्के की फसल हो सकती है बर्बाद
वहीं किसान भावसिंह मंडावी का कहना है कि 'उन्होंने अपने खेत में मक्के की फसल लगाई थी और अभी मक्के में पानी नाम मात्र ही देना था, क्योंकि मक्के का पौधा अभी छोटा है. अचानक बेमौसम बारिश की वजह से मक्के की खेत में जलजमाव हो गया है'. किसान ने बताया कि 'अतिरिक्त जलजमाव की वजह से मक्के का पौधे सड़ सकता है'.
आंगन में पॉलिथिन से ढका है धान
भावसिंग ने बताया कि 'वे अभी तक धान नहीं बेच पाए हैं, क्योंकि समय पर टोकन नहीं मिला था. अभी टोकन मिला है तो मौसम बहुत खराब हैट. किसान भावसिंह की 5 एकड़ धान आंगन में पॉलिथिन से ढकी हुई है. वहीं किसान ने अपना आशियाना बनाने के लिए कुछ ईंट बनाए थे, जो बेमौसम बारिश से बर्बाद हो गए.