कांकेर: कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए पूरे राज्य में लॉकडाउन किया गया है. लेकिन जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. राज्य सरकार के अनुसार स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन के बदले में शिक्षकों को बच्चों के घर-घर जा कर तीन से चार अप्रैल तक चावल दाल देने का निर्देश है. इस बीच अंतागढ़ के शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
शुक्रवार को अन्तागढ़ ब्लॉक के ग्राम बड़े पेन्जोडी हाई स्कूल में तीन अप्रैल से पहले पहले ही बच्चों को कॉपी, किताब के साथ स्कूल बुलाया गया. छात्र 9 बजे ही स्कूल पहुंच गए, लेकिन 11 बजे तक स्कूल के शिक्षक नदारद दिखे. तब तक छात्र एक झुंड में खेलते हुए नजर आए.
ईटीवी भारत की टीम करती रही शिक्षकों का इतंजार
हमारी टीम ने पूरी जानकारी के लिए शिक्षकों का इतंजार किया लेकिन पत्रकारों के आने की भनक के बाद 11:30 बजे तक कोई शिक्षक स्कूल ही नहीं पहुंचा. कोरोना को लेकर पूरा देश सावधानी बरत रहा है लेकिन शिक्षक जैसे जिम्मेदार पद पर होकर भी लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसे समय में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना बड़ी लापरवाही दिखाता है.