कांकेर: फ्लाई ऐश ब्रिक्स फैक्ट्री से चार नाबालिगों को काम करते पाए जाने पर सभी का रेस्क्यू किया गया है. इन्हें सीडब्ल्यू के निर्देश पर घर भेजा जा रहा है.
4 नाबालिगों का किया गया रेस्क्यू
पूरा मामला शहर से सटे ग्राम गढ़पिछवाड़ी में एक ब्रिक्स फैक्ट्री का है. यहां नाबालिगों के काम करने की सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन, महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमार कार्रवाई की है. पूरी टीम ने मिलकर फैक्ट्री में काम कर रहे 4 नाबालिगों का रेस्क्यू किया है. साथ ही फैक्ट्री संचालक को नाबालिगों से काम न कराए जाने की समझाइश दी गई है.
13 मजदूरों में 4 नाबालिग थे शामिल
जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि गढ़पिछवाड़ी में ब्रिक्स निर्माण के काम में कुछ नाबालिग लगे हुए हैं. सूचना पर संयुक्त टीम मौके पर पहुंची. यहां ब्रिक्स निर्माण के काम में 13 मजदूर लगे हुए थे, जिनमें 4 नाबालिग थे. वहीं एक नाबालिग की उम्र 13 साल से कम थी.
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ठेकेदार ने 37 हजार 200 रुपये का किया भुगतान
सभी नाबालिगों को बालक कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया. बालक कल्याण समिति ने ठेकेदार को सभी की मजदूरी राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए. इस निर्देश पर ठेकेदार ने 37 हजार 200 रुपये का भुगतान किया. कार्रवाई के दौरान त्रिसंध्या साहू, श्रम निरीक्षक निम्मी साहू और पुलिस विभाग के कर्मचारी मौजूद थे.
कुछ दिन पहले बाेरगाड़ी में मिले थे नाबालिग
कुछ दिन पहले ग्राम सिंगारभाट के बोरगाड़ी में काम कर रहे 3 नाबालिगों का रेस्क्यू किया गया था. इसी तरह जिला अस्पताल में बोर खनन के काम में लगे नाबालिगों को भी छुड़ाया गया था.