कांकेर: एक ओर केन्द्र और राज्य सरकार कोरोना महामारी के दौर में आर्थिक संकट से गुजर रहे गरीबों को राहत दिलाने के लिए चावल, दाल मुफ्त में बांट रहे हैं, लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं जो इन गरीबों के हक पर डाका डाल रहा है. ताजा मामला जिले के पखांजुर ब्लॉक का है, जहां मुफ्त में दिए जाने वाले राशन का पूरा पैसा लिया जा रहा है. आरोप है कि इसेबेड़ा पंचायत के राशन दुकान संचालक कार्डधारियों से राशन का पूरा पैसा ले रहा है.
इसेबेड़ा पंचायत के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि राशन दुकान संचालक फ्री में बांटने वाले चावल का पूरा पैसा ले रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि राशन दुकान संचालक सुदीन ने दो पंचायत के 644 कार्ड में से लगभग 550 प्राथमिक गरीबी रेखा के कार्डधारियों को इस महीने फ्री में बांटे जाने वाले चावल का पूरा पैसा लिया है. इसकी शिकायत करते हुए मंगलवार को ग्रामीणों ने पखांजुर SDM के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा है.
ग्रामीणों ने खाद्य विभाग के अधिकारी से की शिकायत
ग्रामीणों ने खाद्य विभाग के अधिकारी जतिन देवांगन से भी मुलाकात की है. साथ ही राशन दुकान संचालक के खिलाफ लिखित शिकायत कर जल्द कार्रवाई की मांग की है. इसपर खाद्य विभाग के अधिकारी जतिन देवांगन ने ग्रामीणों को मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
खाद्य विभाग के अधिकारी जतिन देवांगन ने दी जानकारी
खाद्य विभाग के अधिकारी जतिन देवांगन ने बताया कि इस महीने PDS का चावल बांटने को लेकर SDM निशा नेताम मंडावी ने क्षेत्र के सभी राशन दुकान संचालकों की बैठक ली थी. साथ ही हर राशन दुकान के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक गरीबी रेखा के कार्डधारियों को मुफ्त चावल बांटने की जानकारी के साथ पूरी सूची जारी करने के आदेश दी थी.
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खाद्य विभाग के अधिकारी जतिन देवांगन ने बताया कि इस महीने केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कुछ गरीबों को मुफ्त चावल और कुछ को आधी दर यानी 50 पैसे की दर से राशन बांटने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसेबेड़ा पंचायत में संचालित राशन दुकान के संचालक सुदीन अधिकारी ने शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए नियमित देय और फ्री में बांटने वाले चावल का पूरा पैसा लिया है.
इन ग्रामीणों से लिया गया ज्यादा पैसा
जानकारी के मुताबिक सुभाष मंडल नाम के ग्रामीण से 35 किलो चावल का मात्र 5 रुपए लिया जाना था, लेकिन सुभाष मंडल से 35 किलो चावल का पूरा 35 रुपये लिया गया है. इसी तरह रीता मंडल से 78 किलो चावल का मात्र 18 रुपए लिया जाना था, लेकिन उनसे भी 18 रुपए के बजाय 35 रुपये लिया गया है. ऐसे करते-करते कुल 550 कार्डधारियों से उचित मूल्य से ज्यादा पैसा लिया गया है.
राशन दुकान संचालक ने मानी गलती
वहीं ग्रामीणों की शिकायत के बाद दुकान संचालक ने कहा है कि उन्होंने जिन कार्डधारियों से 22 रुपये ज्यादा लिया है. उस रकम को दोनों पंचायत के सरपंच और वार्ड पंच के सामने वापस करेंगे. मामले में दुकान संचालक सुदीन अधिकारी ने राशन दुकान में दिए हुए टैबलेट में दर्शाए गए पुराने सूची के आधार पर राशन वितरण करने की बात कही है.