कांकेर : बस स्टैंड को ही बस संचालकों ने स्थायी बस डिपो बना डाला है. बस संचालकों के पास स्वयं का बस डिपो नहीं है. जिसके चलते नए बस स्टैंड में संचालकों ने लापरवाही पूर्वक बसों को खड़ा करते थे. बसों को खड़ा रखने वाले बस संचालकों को नगरपालिका ने लगभग 15 दिन पहले नोटिस जारी किया था. बस संचालकाें को बस स्टैंड में स्थायी रूप से वाहन न खड़ा करने और खड़ी बसों को वहां से हटाने के निर्देश दिए थे. नगर पालिका ने इन बसों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया है. ETV भारत ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था.
बस संचालकों की मनमानी: स्टैंड को ही बना दिया बस डिपो
पार्किंग की कमी
लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि कुछ बस संचालक नए बस स्टैंड परिसर में स्थायी रूप से बसों को खड़ा कर रहे हैं. बस संचालकों ने बस खड़ा करने के लिए कोई डिपो नहीं बनाया था. ये संचालक बसों को नए बस स्टैंड में ही खड़ा कर देते थे. स्टैंड में खड़ी कई बसे खराब हालत में थी. बस संचालक इन बसों को हटाने की ओर ध्यान नहीं दे रहे थे. बड़ी संख्या में बसों के खड़े होने के कारण पार्किंग में जगह की कमी होने लगी थी.
संचालकों को दिया गया था नोटिस
बस स्टैंड में रायपुर और जगदलपुर सहित जिले अन्य हिस्सों से आने वाले बसों के संचालन में भी जगह की कमी के कारण दिक्कतें आ रही थी. नगरपालिका और यातायात पुलिस ने बस संचालकों को नए बस स्टैंड परिसर से बसों को हटाने के संबंध में नोटिस जारी किया गया था. कई दिन बीत जाने के बाद भी जब बस नहीं हटाए गए तो नगर पालिका ने क्रेन की मदद से कई बसों को स्टैंड से हटाया गया.
सोमवार शाम लगभग 6 बजे नगरपालिका सीएमओ दिनेश कुमार यादव और यातायात प्रभारी रोशन कौशिक की टीम ने कार्रवाई करते हुए क्रेन के माध्यम से स्थायी रूप से खड़ी कई बसों को बस स्टैंड से हटाया. इससे पहले भी साेमवार दोपहर के समय बसों को हटाने के लिए नगरपालिका की टीम क्रेन लेकर पहुंची थी, लेकिन पुलिस बल के नहीं पहुंचने की वजह से टीम को वापस लौटना पड़ा था.