कांकेर: कोरर रेंज में तेंदुए का आतंक फिर सामने आया है. ताजा मामला दाबकट्टा गांव का है जहां खेत पर फसल की रखवाली कर रही महिला को तेंदुआ उठा ले गया. महिला गांव से दूर फसल की रखवाली के लिए खेत पर सोने गई थी. सुबह करीब तीन के आस पास तेंदुए ने महिला पर हमला किया और उसे घसीटकर जंगल के करीब ले गया. सुबह जब परिजन मौके पर पहुंचे तो देखा कि महिला खेत पर मौजदू नहीं है. मौके पर खून के निशान और किसी को घसीटे जाने के निशान भी मिले. परिजनों ने तुरंत आप पास के लोगों को बुलाकर तलाश शुरु की. खोजबीन के दौरान खेत से थोड़ी दूर पर महिला का शव मिल गया.
खौफ में हैं गांववाले: महिला की मौत के बाद से इलाके को लोग खौफ में हैं. शाम होते ही लोग अपने अपने घरों में बंद हो जा रहे हैं. गांव के लोग अब खेतों पर भी अकेले जाने से बच रहे हैं. गांव वालों का कहना है कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब तेंदुए ने किसी इंसान को अपना शिकार बनाया है. तेंदुए के हमले में अब तक छह लोगों की जान जा चुकी है. 12 दिसंबर 2017 को खमडोगड़ी गांव में 65 साल की बुजुर्ग महिला शन्नो हिचामी को तेंदुए ने मार डाला था. 22 दिसंबर 2017 को बांसकुंड जंगल में दुकली नाम के ग्रामीण का शिकार तेंदुए ने कर लिया था. 20 अगस्त 2021 को पलेवा में घर में सो रहे गाड़ाराम नाम के ग्रामीण को तेंदुआ उठा ले गया. 7 सितंबर 2021 को भैंसाकट्टा में महिला का शिकार तेंदुए ने किया. 1 अक्टूबर 2021 को बनसागर में जंगल गई महिला का शिकार जंगली जानवर ने कर लिया. महिला का शव एक हफ्ते बाद कंकाल के रुप में जंगल से मिला. 13 अक्टूबर 2021 को रिसेवाड़ा में घर में सो रही महिला को तेंदुए खीच ले गया.
जंगली जानवरों से भरा है कोरर रेंज का जंगल: कोरर रेंज में जंगली जानवरों की संख्या काफी ज्यादा है. वन विभाग के मुताबिक सबसे ज्यादा संख्या भालू और तेंदुए की है. वन विभाग ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वो रात के वक्त जंगल की ओर या खुले में नहीं जाएं. वन विभाग ने कहा कि रात के वक्त टॉर्च की रोशनी या मशाल का इस्तेमाल जरूर करें. हर जंगली जानवरी आग और रोशनी की चमक से घबराता है.