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Chhattisgarh Assembly Election 2023 : छत्तीसगढ़ का ऐसा नेता जिसका 30 साल से नहीं कटा टिकट

Chhattisgarh Assembly Election 2023 छत्तीसगढ़ चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए बीस सीटों पर वोटिंग होगी.जिसमें कांकेर जिले की तीन विधानसभा सीटें शामिल हैं.इन विधानसभाओं में बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं.लेकिन इनमें एक नाम ऐसा है,जिसे हर बार पार्टी ने तवज्जो दी है.फिर चाहे भले ही वो चुनाव हार चुके हो.आईए जानते हैं आखिर कौन हैं बीजेपी के ये महारथी ? Kanker Election News

Chhattisgarh Assembly Election 2023
छत्तीसगढ़ का ऐसा नेता जिसका 30 साल से नहीं कटा विधायकी का टिकट
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 18, 2023, 4:21 PM IST

कांकेर : छत्तीसगढ़ में पहले फेस के चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के साथ प्रत्याशियों के बीच सम्मान की लड़ाई जारी है. कांग्रेस और बीजेपी के बीच हर चुनाव में मुख्य मुकाबला रहता है.लेकिन आज हम ऐसे नेता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. जिन्हें पार्टी ने हर चुनाव में मौका दिया है.भले ही वो चुनाव जीते या हारे. 1993 से लेकर 2023 के चुनाव तक उनका टिकट नहीं काटा गया है. हर बार के चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया यहीं नही बीजेपी ने सांसद की टिकट भी देकर उन्हें मैदान में उतारा.

कौन हैं दिग्गज नेता ? : हम जिस नेता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उनका टिकट कभी नहीं कटा. इस नेता का नाम है विक्रम उसेंडी. विक्रम उसेंडी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व भी निभा चुके हैं. कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा के घोटुलबेडा गांव के निवासी विक्रम उसेंडी बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. 90 के दशक में शिक्षक पद से इस्तीफा देकर विक्रम उसेंडी राजनीति में आए. अविभाजित मध्यप्रदेश जब अंतागढ़ नारायणपुर विधानसभा में आता था. उस वक्त 1993 में विक्रम उसेंडी विधायक चुने गए थे.

विक्रम उसेंडी का राजनीतिक सफर : छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2003 से 2014 तक तीन बार विधायक चुने गए. 2004 से 2008 तक वन मंत्री रहे. 2003 से 2004 तक शिक्षा मंत्री भी रहे. 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए कांकेर लोकसभा से सांसद भी चुने गए. सबसे खास बात ये है कि पार्टी ने इनका टिकट कभी नहीं काटा. जब से राजनीति में प्रवेश किया तब से इन्हें 7 बार टिकट मिला है.5 बार इन्होंने चुनाव जीता है. 2 बार हारा है. 2023 के विधानसभा के लिए इन्हें पार्टी ने फिर से अंतागढ़ विधानसभा के लिए विक्रम उसेंडी को प्रत्याशी बनाया गया है.

नहीं कटा कभी भी टिकट : विक्रम उसेंडी 7 बार अब तक चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें 6 बार विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा.विधानसभा चुनाव में विक्रम उसेंडी को 4 बार जीत हासिल की.2014 लोकसभा चुनाव में विक्रम उसेंडी को सांसद का टिकट मिला.जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई.

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विक्रम उसेंडी का राजनीतिक सफर

1993-1998: विधायक, मध्य प्रदेश विधानसभा

2001-2003: अध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा, जिला कांकेर

2003- 2014 : विधायक,छत्तीसगढ़ विधानसभा

2003-2004 : शिक्षा मंत्री


2004-2008: उपाध्यक्ष, बस्तर विकास प्राधिकरण

2008-2013: वन मंत्री; सार्वजनिक उपक्रम, लोक शिकायत (कैबिनेट)


2014-2019 : 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए

1 सितंबर 2014 से 2016- सदस्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति, सदस्य, सलाहकार समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय

28 जुलाई 2016 से - सदस्य, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति

कांकेर : छत्तीसगढ़ में पहले फेस के चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के साथ प्रत्याशियों के बीच सम्मान की लड़ाई जारी है. कांग्रेस और बीजेपी के बीच हर चुनाव में मुख्य मुकाबला रहता है.लेकिन आज हम ऐसे नेता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. जिन्हें पार्टी ने हर चुनाव में मौका दिया है.भले ही वो चुनाव जीते या हारे. 1993 से लेकर 2023 के चुनाव तक उनका टिकट नहीं काटा गया है. हर बार के चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया यहीं नही बीजेपी ने सांसद की टिकट भी देकर उन्हें मैदान में उतारा.

कौन हैं दिग्गज नेता ? : हम जिस नेता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उनका टिकट कभी नहीं कटा. इस नेता का नाम है विक्रम उसेंडी. विक्रम उसेंडी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व भी निभा चुके हैं. कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा के घोटुलबेडा गांव के निवासी विक्रम उसेंडी बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. 90 के दशक में शिक्षक पद से इस्तीफा देकर विक्रम उसेंडी राजनीति में आए. अविभाजित मध्यप्रदेश जब अंतागढ़ नारायणपुर विधानसभा में आता था. उस वक्त 1993 में विक्रम उसेंडी विधायक चुने गए थे.

विक्रम उसेंडी का राजनीतिक सफर : छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2003 से 2014 तक तीन बार विधायक चुने गए. 2004 से 2008 तक वन मंत्री रहे. 2003 से 2004 तक शिक्षा मंत्री भी रहे. 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए कांकेर लोकसभा से सांसद भी चुने गए. सबसे खास बात ये है कि पार्टी ने इनका टिकट कभी नहीं काटा. जब से राजनीति में प्रवेश किया तब से इन्हें 7 बार टिकट मिला है.5 बार इन्होंने चुनाव जीता है. 2 बार हारा है. 2023 के विधानसभा के लिए इन्हें पार्टी ने फिर से अंतागढ़ विधानसभा के लिए विक्रम उसेंडी को प्रत्याशी बनाया गया है.

नहीं कटा कभी भी टिकट : विक्रम उसेंडी 7 बार अब तक चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें 6 बार विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा.विधानसभा चुनाव में विक्रम उसेंडी को 4 बार जीत हासिल की.2014 लोकसभा चुनाव में विक्रम उसेंडी को सांसद का टिकट मिला.जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई.

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विक्रम उसेंडी का राजनीतिक सफर

1993-1998: विधायक, मध्य प्रदेश विधानसभा

2001-2003: अध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा, जिला कांकेर

2003- 2014 : विधायक,छत्तीसगढ़ विधानसभा

2003-2004 : शिक्षा मंत्री


2004-2008: उपाध्यक्ष, बस्तर विकास प्राधिकरण

2008-2013: वन मंत्री; सार्वजनिक उपक्रम, लोक शिकायत (कैबिनेट)


2014-2019 : 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए

1 सितंबर 2014 से 2016- सदस्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति, सदस्य, सलाहकार समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय

28 जुलाई 2016 से - सदस्य, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति

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