कांकेर: कोरर वन परिक्षेत्र में पदस्थ रेंजर कृष्णा इरघट ने कल कोरर स्थित शासकीय आवास में अज्ञात कारणों से जहर का सेवन कर लिया था. जिसके बाद उसे इलाज के लिए कांकेर जिला अस्पताल लाया गया. कांकेर जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रायपुर रेफर किया गया था. लेकिन रायपुर पहुंचने के पहले ही उनकी मौत हो गई. रेंजर की मौत की खबर मिलते ही वन विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है.
अस्पताल में डटे रहे वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी: कांकेर जिला अस्पताल में जब रेंजर को इलाज के लिए लाया गया. तब वन विभाग के सीसीएफ, डीएफओ आलोक वाजपेयी समेत अन्य रेंजर भी घण्टों अस्पताल में डटे रहे. जहर सेवन करने वाले रेंजर की सभी जानकारी लेते रहे. रात में उनकी स्थिति में सुधार नहीं होने पर डॉक्टर्स ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया था, लेकिन धमतरी के नजदीक पहुंचते ही उनकी मौत हो गई.
जांच की जाएगी, फिलहाल कारण स्पष्ट नहीं: इस पूरे मामले में वन विभाग और पुलिस जांच की बात कह रही है. फिलहाल रेंजर के आत्महत्या करने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. रेंजर के शव को उनके गृहग्राम कापसी ले जाया जा रहा है, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
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बीजापुर में जवान ने की आत्महत्या: बीजापुर में सात फरवरी को सीआरपीएफ 85 बटालियन मुख्यालय में पदस्थ जवान ने सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. विनय नाम का यह जवान केरल का रहने वाला था. 85 बटालियन मुख्यालय में पदस्थ जवान विनय उर्फ बीनू केरल निवासी था. जवान ने सर्विस रायफल से खुद पर गोली चलाई थी. तीन दिन पहले ही जवान छुट्टी से लौटा था. फिलहाल आत्महत्या का कारण अज्ञात है.