कांकेर: जिले के चारामा ब्लाक में बीते चार दिनों से हाथियों का उत्पात जारी है. अब तक दर्जनों घर-मकान और कई एकड़ फसलों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है . क्षेत्र में हाथियों के चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. हाथियों के डर से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर है. गुरुवार रात सिरसिदा के जंगलों से आगे बढ़ते हुए हाथियों के दल ने बरकाछार और कहाड़गोंदी में जमकर उत्पात मचाया.
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हाथियों का दल ग्राम रतेडीह और कुर्रूटोला के जंगलों में देखा गया. मंगलवार पलेवा में हाथियों के होने की सूचना मिलने के बाद से वन विभाग चारामा की टीम लगातार हाथियों के दल की निगरानी में लगी हुई है. 8 दिसंबर की रात को हाथियो का दल पलेवा से पिपरौद, चिनौरी, से कानापोड़ होते हुए झिपाटोला के जंगलों से 9 दिसंबर की सुबह सिरसिदा के जंगलों में जा पहुंचा. दिन भर वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी में लगी रही.
बरकाछार में मचाया उत्पात
बुधवार को सिरसिदा के जिस जगह पर हाथियों का दल था वहां से महज आधा किमी में शादी का आयोजन था. गाने, ढोल नागड़े की आवाज के चलते हाथियों का दल बड़ेगौरी के जंगलों की ओर बढ़ा और जंगल के रास्ते से ही बरकाछार गांव तक पहुंच गया. हाथियों ने कई घरों, बाड़ियों, खेतों, दीवालों को नुकसान पहुंचाया. घरों में रखे धान की बोरी, कोठी के धान की बोरियों को निकालकर तहस-नहस किया. हाथियों का ये दल कहाड़गोदी के गांव से होते हुए रतेडीह के जंगलों तक पहुंचा.
गांव को किया अलर्ट
कहाड़गोदी में भी हाथियों ने जमकर उत्पाद मचाया. वन विभाग लगातार हाथियों के दल की ट्रेसिंग कर रही है. विभाग हाथियों के किए जा रहे नुकसान का सर्वे कर प्रकरण भी तैयार किया जा रहा है. वहीं विभाग आम जनता को हाथियों से दूर रहने, घरों के आसपास आग जलाकर और घर के सामने लाईट जलाने और रात को घर मे रहने की ही सलाह दी है. विभाग ने लोगों को हाथी आसपास आने पर हल्ला नहीं करने की सलाह दी है.