कांकेर: पखांजुर पुलिस को बस्तर फाइटर में भर्ती करने के नाम पर नियुक्ति प्रमाण पत्र देने वाले आरोपी को गिरफ्तार (Accused arrested giving fake appointment letter) करने में सफलता मिली है. मामला पखांजुर थाना क्षेत्र का है, जहां परलकोट क्षेत्र के बेरोजगार युवकों से बस्तर फाइटर और अन्य नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख की ठगी हुई थी. पखांजूर पुलिस ने जाली नियुक्ति प्रमाण पत्र जारी करने वाले भिलाई निवासी हसन खान को गिरफ्तार कर लिया है. kenker crime news
ऐसे ठगी को देता था अंजाम: युवाओं को झांसा देने के लिए आरोपी, जन प्रतिनिधियों के साथ फोटो खिंचवा कर उसे अपने फेसबुक प्रोफाइल में रखता था. आरोपी खुद को उन प्रतिनिधियों का खास बता कर ठगी को अंजाम देता है. ठग ने झांसा देकर पखांजुर क्षेत्र के बेरोजगार युवकों से 10 लाख की ठगी की. आरोपी युवाओं को बस्तर फाइटर और अन्य नौकरी में भर्ती के नाम पर जाली प्रमाण पत्र बनवा कर ठगी को अंजाम देता था.
क्या है पूरा मामला: पखांजुर निवासी कमलेश पाल ने पखांजुर थाने में रिपोर्ट लिखाया था कि "बस्तर फाइटर कांकेर में भर्ती परीक्षा के बाद तीनों दोस्तों का वेटिंग लिस्ट में नाम आने पर इनका संपर्क विश्वजीत देवनाथ निवासी "पीवी 40" से हुआ. जिसने बताया कि एक युवक जिसका नाम हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी, जो कि भिलाई 3 चरोदा का रहने वाला है, वह उनकी नौकरी लगवा सकता है. उसके फेसबुक आईडी में नेताओं के साथ फोटो देखकर तीनों युवक आरोपी के झांसे में आ गये. विश्वजीत ने अपने भतीजा और भांजी को फूड इंस्पेक्टर तथा वर्ग 3 क्लर्क में नौकरी लगाने के लिए लगभग चार लाख दिया. विश्वजीत की बातों में आकर कमलेश पाल भी अपने दोस्तों के साथ आरोपी हुसैन रिजवी से संपर्क किया. आरोपी ने कुछ दिन में ही मंत्रालय वगैरह में नौकरी लगाने का आदेश पत्र देने का वादा किया.
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कांकेर एसपी के हस्ताक्षर न होने पर हुआ शक: आरोपी हुसैन रिजवी खान 14 दिसम्बर 2022 को पखांजूर आया और झांसा देते हुए तीनों लड़कों से पांच लाख नगद ले लिया. बाद में फिर 1 लाख फोन पे के माध्यम से ले लिया. बाद में आरोपी द्वारा व्हाट्सएप में नियुक्ति प्रमाण पत्र व आदेश की कॉपी भेज कर शीघ्र ही ज्वाइन करने का मैसेज दिया. जिस पर तीनों लड़कों को लगा कि हस्ताक्षर तो रायपुर के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों का है. इसमें कांकेर पुलिस अधीक्षक का हस्ताक्षर नहीं है. तब इन लोगों को ठगे जाने का अंदेशा हुआ.
आरोपी गिरफ्तार: कांकेर पुलिस जब आरोपी को पकड़ने भिलाई गई, तो उसने अपना मोबाइल नंबर बन्द कर रखा था. साइबर सेल की मदद से आरोपी को पकड़ा गया. पहले भी वह भिलाई के कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी को अंजाम दे चुका है.