कवर्धा: कोरोना संकट की इस घड़ी में जहां लॉकडाउन की वजह से यातायात ठप है, लेकिन 'संगी एक्सप्रेस' कबीरधाम इलाके में गर्भवती महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है. इलाके में लॉकडाउन के बीच बाइक एबुलेंस की मदद से 37 गर्भवती महिलाओं समेत 2500 परिवारों को इसका लाभ मिला है, जो अब बाइक एबुलेंस की काफी सराहना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि वह सब बाइक एंबुलेंस की मदद से सुरक्षित अस्पताल पहुंचे हैं, जहां वह स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं.
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बता दें कि कबीरधाम जिले में 18 जुलाई 2018 को एक समाज सेवी संस्था ने बाइक एंबुलेंस की सुविधा शुरु की थी, जिसमें बोड़ला और पंडरिया विकासखंड के दुर्गम क्षेत्र के तकरीबन 150 से अधिक गांवों को इसका लाभ मिल रहा है. समाज सेवी संस्था ने बाइक एंबुलेंस की सुविधा को ग्रामीण इलाकों के लिए शुरु किया है, जिसमें जिले के जिन इलाकों में सड़क नहीं है, नदी, नाला, पहाड, जंगल के वजह से गाड़ियां नहीं पहुंच सकती, वहां के लिए बाइक एंबुलेंस सेवा की शुरूआत की गई, जो अब काफी मददगार साबित हो रही है.
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मामले में इलाके के लोगों का कहना है कि एम्बुलेंस ड्राइवर काफी जिम्मेदारी से गाड़ी को चलाता है. साथ ही एंबुलेंस को चलाने के लिए स्थानीय युवाओं ही दिया गया है, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की झिझक नहीं होती. इलाके के लोग बाइक एम्बुलेंस का लाभ ले रहे हैं. यह बाइक एंबुलेंस कॉल करने के तुरंत बाद इलाके में पहुंच जाती है, जो ग्रामीण क्षेत्रों से मरीज को सुरक्षित लेकर अस्पताल पहुंचाती है.
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CMHO सुरेश कुमार तिवारी ने बताया कि कोविड-19 के खतरे से बचने के लिए बाइक एंबुलेंस ड्राइवर भी विशेष ध्यान रख रहे हैं. तेज बुखार, सर्दी खांसी के मरीज मिलने पर तुरंत मुख्यालय को सूचित कर रहे हैं. सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उस इलाके में पहुंच कर जांच की करती है. साथ ही बाइक एंबुलेंस के ड्राइवर कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं. मरीजों को भी सैनिटाइज करवाने के साथ मुंह में कपड़ा बांधने की सलाह देते हैं.