कवर्धा : वन रक्षक भर्ती फिजिकल टेस्ट में 200 मीटर दौड़ में तकनीकी खराबी के कारण दो अभ्यर्थियों के चौंकाने वाले नतीजे सामने आए थे. जिससे एक अभ्यर्थी का 200 मीटर दौड़ 14.7 और दूसरे का 19.6 सेकेंड रीडिंग बताया गया. जो कि किसी वर्ल्ड रिकॉर्ड से कम नहीं है. हालांकि बाद में इस मामले में विभाग ने गलती स्वीकार की. विभाग ने बताया की तकनीक खराबी के कारण दोनों अभ्यर्थियों के नतीजे गलत आए थे. इस गंभीर गलती की वजह से विभाग पर सवालिया निशान खड़े हो गए और विभाग की भारी किरकिरी भी हुई.
वनमंत्री से जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग : अब इस मामले को राजनीतिक भी शुरू हो गई है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर का पुतला दहन कर जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई की है. छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस छात्र संगठन प्रदेश अध्यक्ष रवि चन्द्रवंशी ने कहा कि ''वन मंत्री के मेहरबानी से वन मंडलाधिकारी की लापरवाही इस भर्ती मे दिखाई दी है. इससे कवर्धा का नाम बदनाम हुआ है. हम राज्यपाल से मांग करते हैं कि इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल वन मंत्री जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल उनके पद से बर्खास्त किया जाए. भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शिता से किया जाए.''
क्या है मामला : कवर्धा के स्वामी करपात्री इंडोर स्टेडियम में वन रक्षक भर्ती को लेकर फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है. 15 मई को टेस्ट के दौरान दौड़ में दो अभ्यर्थियों का 200 मीटर दौड़ का रिकॉर्ड विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने जैसा रहा. विश्व रिकॉर्ड जमैका के हुसैन बोल्ट के नाम 19.19 दर्ज है. लेकिन कवर्धा वन रक्षक में 200 मीटर दौड़ को एक अभ्यर्थी ने 14.7 सेकंड और दूसरे ने 19.1 में पूरा कर लिया. जब रिजल्ट सार्वजनिक हुए तो वनविभाग की किरकिरी हुई.