कवर्धा: पंडरिया नगर में शनिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के जारी निर्देशानुसार पर चलाए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के अंतर्गत वर्चुवल किसान रैली का आयोजन कर कांग्रेस के दिग्गजों किसानों के समर्थन में हुंकार भरी है. मोदी सरकार के बनाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने विरोध दर्ज कराया है. इस रैली को छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया. केंद्र की बीजेपी सरकार की नियत और नीतियों की आलोचना कर विरोध व्यक्त किया गया है.
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कौशल चंद्राकर ने कहा कि नए कृषि कानून भारत के अन्नदाता और एक अरब तैतीस करोड़ जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. बीजेपी के एमएसपी का मतलब किसानों को उपज का मिनिमम सपोर्ट प्राइस नहीं बल्कि पूंजीपतियों के लिए मैक्सिमम सपोर्ट इन प्रॉफिट है. इस डूबती अर्थव्यवस्था में खेती ही एकमात्र ऐसा सेक्टर है, जो देश की बिगड़ी और गिरती अर्धव्यवस्था को सुधारने में कारगर साबित हो सकती है. इसके लिए किसानों की दशा सुधरे यह जरूरी. केंद्र की भाजपा सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है.
युवा कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संदीप साहू ने कहा कि कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों नए कानून एक साजिश है. बीजेपी का गांव,गरीब और किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है. कांग्रेस ने कृषि और किसानों के हित में इस मसले पर मोदी सरकार का जबरदस्त विरोध किया है और आगे भी पार्टी देश के किसानों के साथ खड़ी रहेगी. इस विधेयक के दूरगामी परिणाम किसानों के लिए अहितकर होने वाले हैं. यह एक तरह के परंपरागत कृषि क्षेत्र में बड़े उद्योगपतियों के पदार्पण की आहट है.
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने साधा निशाना
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि साय ने मुख्यमंत्री भपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को चुनौती दिया था. केंद्र सरकार की कृषि विधेयक किसानों के लिए सही है आप लोग मेरे से बहस करने के लिए आ सकते हैं. मोहम्मद अकबर ने इसे स्वीकार करते हुए विष्णुदेव साय को कहा कि आप स्थान, तिथि और समय तय कर लीजिए मुझे सूचित करिए. मै बहस करने के लिए तैयार हुं. चुनौती स्वीकार करता हुं.