कवर्धा : प्रदेश में सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने और स्कूल भवन निर्माण के पीछे करोड़ों रुपए खर्च कर देती है, लेकिन व्यवस्था में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है. यही कारण है कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दामापुर के बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर हाफ नदी के तेज बहाव को पारकर स्कूल जाने को मजबूर हैं.
बताया जा रहा है कि साल 2014-15 में लगभग 45 लाख की लागत से यहां पुल का निर्माण किया गया था, जिसने पांच साल के भीतर ही प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. पुल का दोनों किनारा नदी में बह गया है, जिसमें आमादाह, प्राणखैरा, कोडवा और बंशापुर गांव के सैकड़ों स्कूली बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर हैं. साल 2018 से यही स्थिति बनी हुई है. प्रशासन को मामले की जानकारी दी गई है, बावजूद इसके सरकार खामोश नजर आ रही है.
इस पूरे मामले को लेकर अभिभावक और ग्रामीणों ने कई बार लिखित शिकायत दी है, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी मामले की जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं और झूठा दिलासा देते हुए जल्द ही जांच कर व्यवस्था को दुरुस्त कराने की बात कह रहें हैं.