कवर्धा: बारिश ने भोरमदेव महोत्सव के उत्साह को फीका कर दिया. आंधी तूफान की वजह से आयोजन से लोग नदारद रहे. सिर्फ ड्यूटी में लगे अधिकारी कर्मचारी और पुलिसकर्मियों ने ही कार्यक्रम का आनंद लेते हुए कलाकारों का उत्साह बढ़ाया. साथ ही मेला में दुकान लगाने दूर दराज से आए व्यपारी भी बहुत निराश दिखे. क्योंकि बारिश ने उनके व्यपार को पूरा चौपट कर दिया.
हर साल होता है महोत्सव: छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर में होली के तेरह दिन बाद तेरस को दो दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है. आयोजन में बॉलीवुड सहित देशभर के अलग-अलग हिस्सों से कलाकारों का बुलाया जाता है. दिन में स्थानीय कलाकारों को मंच दिया जाता है. तो वहीं रात को बड़े कलाकारों की महफिल लगती है. इस साल भी 27वां भोरमदेव महोत्सव के रूप मनाया जा रहा है. लेकिन कार्यक्रम से पहले हुई तेज बारिश और आंधी ने कार्यक्रम का मजा किरकिरा कर दिया. बारिश की वजह से कार्यक्रम दो घंटे लेट से शुरू हुआ.
मुख्य अतिथि रहे मंदिरों के पूजारी: भोरमदेव महोत्सव में पिछले साल से मुख्य अतिथि के रूप में जिलेभर के बड़े और चर्चित मंदिरों के पूजारियों को बुलाया जाता है. इस साल कार्यक्रम कि शुरुआत पूजारियों ने दीपप्रज्वलन कर किया. पूजारियों ने मंच पर धर्मिक और भोरमदेव मंदिर के इतिहास को लेकर कई जानकारियां लोगों को दी. जिसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत की. सबसे पहले आयोजन में स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया. जिसके बाद मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत हुई.