कवर्धा: कवर्धा में कृषि विभाग की छापेमारी में नकली खाद मिलने की जानकारी मिली है. दरअसल, जिले के बोड़ला सेवा सहकारी समिति में नकली खाद मिलने से हड़कंप मच गया है. जिला कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कृषि विभाग को सभी समितियों के खाद-बीज जांच के निर्देश दिए हैं. सेवा सहकारी समिति में नकली खाद मिलने के बाद उर्वरक के नमूने को टेस्ट के लिए रायपुर भेजा गया है. मामले में कृषि विभाग के अधिकारी कड़ी जांच कर रहे हैं. जांच के दौरान कुल 373 बोरी नकली खाद जब्त किया गया है.
नकली खाद मिलने से मचा हड़कंप: इन दिनों जिले के किसान खेती-किसानी की तैयारी में हैं. किसानों को मानसून के साथ-साथ सेवा सहकारी समितियों से उचित दर में मिलने वाली खाद-बीज का इंतजार है. मानसून आते ही किसान खेती में जुट जाएंगे. इस बीच नकली खाद मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. खराब खाद खेत में डालने से किसानों की सालभर का फसल बर्बाद हो जाता है. गनीमत रही कि समय से पहले ही प्रशासन को मामले की जानकारी मिल गई.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा: चार दिन पहले जिला मुख्यालय से लगे नेवारी गांव के सेवा सहकारी समिति में खाद लेने गए किसानों को खाद की क्वालिटी पर शक हुआ. दरअसल, सोसायटी में रखा खाद ठोस और जमा हुआ था. खाद की क्वालिटी देखने से ही खराब लग रही थी, जिसके बाद किसानों ने खाद लेने से मना कर दिया. साथ ही किसानों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की.
"कलेक्टर के निर्देश पर जिले के सेवा सहकारी समिति में खाद-बीज की जांच जारी है. वर्तमान में बोड़ला सहकारी समिति में 373 बोरा गुणवत्ताहीन उर्वरक खाद पाया गया है. सोसायटी प्रभारी ने उन खादों के विक्रय पर रोक लगाया है. खाद का सैम्पल रायपुर भेजा गया है. खाद खराब पाया गया तो संबंधित कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी." -आरके शर्मा, उपसंचालक, कृषि विभाग, कवर्धा
शिकायत के बाद पहुंची कृषि विभाग की टीम: किसानों से मिले शिकायत के बाद कृषि विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जब खाद को देखा, तो खाद खराब क्वॉलिटी की लगी. विभाग ने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपा. तो कलेक्टर ने सभी सेवा सहकारी समितियों के खाद बीज के जांच का निर्देश दिया. जब बोड़ला सेवा सहकारी समिति के खाद की जांच करने टीम पहुंची तो बोड़ला में 373 बोरा खाद निकली मिला. कृषि विभाग ने खाद को जब्त कर लिया. साथ ही खाद कंपनी के सभी खाद-बीज की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया. जब्त किए गए खाद को जांच के लिये रायपुर भेज दिया गया है. खाद में गड़बड़ी होने पर कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा.
वितरण विभाग से होती है खाद की सप्लाई: बता दें कि जिले के सभी सेवा सहकारी समितियों में सप्लाई की जिम्मेदारी वितरण विभाग की होती है. हालांकि वितरण विभाग के अधिकारियों की कंपनी से मिलीभगत होने के कारण नकली खाद का समितियों में भंडारण किया जाता है. किसान अगर इस खाद का उपयोग अपने खेत में करे तो शायद उनके साल भर का फसल भी बर्बाद हो जाएगा.