जशपुर: उत्तर प्रदेश का एक वीडियो याद होगा आपको, जब वहां की पुलिस ने चलती बाइक में आग लगने पर दो लोगों की जान बचाई थी. अब आप मिलिए छत्तीसगढ़ की पुलिस से, जो उस वक्त दंपति के लिए 'भगवान' बनकर आई, जब उनका घर ही 'चिता' का रूप ले चुका था. ये खबर पुलिसवालों के प्रति आपका नजरिया बदलेगी.
भागलपुर मार्ग पर अधिवक्ता नित्यानंद यादव के घर के बाहरी हिस्से में आग लग गई थी. नित्यानंद अपनी पत्नी के साथ अंदर वाले हिस्से में सो रहे थे कि वहां से पुलिस की गश्त पार्टी निकली. पेट्रोलिंग टीम ने देखा कि घर का बाहरी हिस्सा जल रहा है और तेज धुआं उठ रहा है तो वे वहीं रुक गए. पुलिस ने अंदर पत्नी के साथ सो रहे नित्यानंद यादव को न सिर्फ जगाया बल्कि सुरक्षित बाहर तक लेकर आए.
जल गया घर का सामान
नित्यानंद यादव ने बताया कि पुलिस अगर न होती तो वे जिंदा न बच पाते. जब तक फायर ब्रिगेड आती घर की लाइब्रेरी, 2 मोटर साइकिल, टीवी, कूलर और अन्य एलेक्ट्रॉनिक्स सामान शार्ट सर्किट की वजह से जलकर खाक हो चुके थे. पुलिस की मदद से दंपति घर के पिछले दरवाजे से बाहर निकल पाए.
पेट्रोलिंग के दौरान मौजूद सिटी कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह ध्रुवे ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान भागलपुर की ओर पेट्रोलिंग चल रही थी तभी एक घर में उन्होंने आग लगी देखी. उन्होंने बताया कि आधे घंटे की कोशिश के बाद उन्होंने पति-पत्नी को सुरक्षित बाहर निकाला.