जशपुर: देश में कोरोना महामारी को लेकर किये गए लॉकडाउन फंसे हजारों श्रमिक अपने घरों को लौट हैं. जिससे अब श्रमिकों के सामने रोजगार की सबसे बड़ी समस्या सामने आकर खड़ी हो गई है. इसी क्रम में जिला प्रशासन प्रवासी श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने के लिए प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कर रहा है. इन कैंपों में जिले में मौजूद उद्योग संस्थानों में रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है.
कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर देशभर में लॉकडाउन किया गया था. इस लॉकडाउन की वजह से सैकड़ों उद्योग और संस्थान बंद हो गए थे, जो अब तक दोबारा चालू नहीं हो पाए हैं. इन संस्थानों और उद्योगों के बंद पड़े रहने से श्रमिकों को रोजगार की मार पड़ी है.
रोजगार प्लेसमेंट कैंप का आयोजन
प्रदेश में उद्योगों के चालू नहीं होने से हजारों श्रमिक मजदूर बेरोजगर हो गए हैं, जिनको राहत देने के लिए जिला प्रशासन रोजगार प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कर रहा है. अधिकारियों ने बताया कि कैंप का उद्देश्य श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराना है. इसके लिए जिले के कई अलग-अलग हिस्सों में प्रशासन रोजगार सह प्लेसमेंट कैंप आयोजित कर रहा है.
मजदूरों की स्क्रीनिंग कर किया गया शार्टलिस्टिंग
कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि जिले विभिन्न जनपदों में यह कैंप आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में कुनकुरी और कांसाबेल में भी आयोजित किया गया था. कुनकुरी कैंप में 160 प्रवासी श्रमिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. वहीं कांसाबेल मे लगभग 70 प्रवासी श्रमिक प्लेसमेंट कैंप में शामिल हुए. जहां स्थानीय स्तर पर क्रेशर उद्योग, ऑटोमोबाइल, ब्रिक्स आदि के मांग आधारित श्रमशक्ति के लिए प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कर शार्टलिस्टिंग किया गया.
मजदूरों को दी गई योजनाओं की जानकारियां
प्रवासी मजदूरों को मुख्यमंत्री कोशल विकास योजना की भी जानकारी देते हुए कौशल प्रशिक्षण के लिए हितग्राहियों का चिन्हांकन भी किया गया. प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए लोन की जानकारी दी गई. साथ ही श्रम विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारियां भी मजदूरों को दी गई.