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जशपुर: रूसा के सहयोग से चलाया गया स्वच्छता अभियान, युवाओं को मिला ये संदेश - तकनीकि शिक्षा भी बेहद आवश्यक

रूसा के सहयोग से चलाए जा रहे राष्ट्रीय उत्कर्ष शिक्षा मिशन की ओर से स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजिन किया गया. कार्यक्रम में युवाओं को करियर के साथ स्वच्छता पर भी ध्यान देने की बात कही गई.

स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
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Published : Oct 5, 2019, 5:05 PM IST

Updated : Oct 5, 2019, 7:56 PM IST

जशपुर: बच्चों को करियर के प्रति जागरूक करने के उदेश्य से रूसा के सहयोग से राष्ट्रीय उत्कर्ष शिक्षा मिशन ने स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन KDS उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया.

युवाओं के लिए करियर काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित

आयोजन में जिले के शासकीय NES महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने विद्यार्थियों को हायर सेकेंडरी पास करने के बाद कॉलेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया की जानकारी दी. डॉ. रक्षित ने हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद उच्च शिक्षा की दिशा तय करने में युवाओं को होने वाली कठिनाईयों के बारे में बात की.

तकनीकि शिक्षा भी आवश्यक
उत्कर्ष शिक्षा मिशन कार्यक्रम के जरिए बच्चों को आने वाले भविष्य के प्रति जागरूक करने का काम किया जा रहा है. युवाओं के मन में दुविधा रहती है कि रोजगार की ओर आगे बढ़े या उच्च शिक्षा को प्राथमिकता दें. उन्होनें बताया कि 'वर्तमान समय में उच्च शिक्षा के साथ तकनीकि शिक्षा भी बेहद आवश्यक हो गई है. बिना तकनीकि जानकारी के महज किताबी ज्ञान के भरोसे भविष्य को संवारना मुश्किल होता है'.

पढ़े:सुकमा में CRPF के जवान डेंगू से प्रभावित, मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज का बेतुका बयान

स्वच्छता को अपनाने की अपील की
उन्होंने स्वच्छता पर चर्चा करते हुए कहा कि 'सिर्फ नारे लगाने और होर्डिंग पकड़ कर रैली निकालने से ही स्वच्छता नहीं आएगी. इसके लिए आवश्यक है कि हम स्वच्छता को अपनी चरित्र और जीवन में आत्मसात करें. स्वच्छता की शुरूआत अपने घर से करते हुए गांव, स्कूल और पूरे समाज में विस्तृत करने के प्रयास से सभी को मिल करना होगा.

जशपुर: बच्चों को करियर के प्रति जागरूक करने के उदेश्य से रूसा के सहयोग से राष्ट्रीय उत्कर्ष शिक्षा मिशन ने स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन KDS उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया.

युवाओं के लिए करियर काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित

आयोजन में जिले के शासकीय NES महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने विद्यार्थियों को हायर सेकेंडरी पास करने के बाद कॉलेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया की जानकारी दी. डॉ. रक्षित ने हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद उच्च शिक्षा की दिशा तय करने में युवाओं को होने वाली कठिनाईयों के बारे में बात की.

तकनीकि शिक्षा भी आवश्यक
उत्कर्ष शिक्षा मिशन कार्यक्रम के जरिए बच्चों को आने वाले भविष्य के प्रति जागरूक करने का काम किया जा रहा है. युवाओं के मन में दुविधा रहती है कि रोजगार की ओर आगे बढ़े या उच्च शिक्षा को प्राथमिकता दें. उन्होनें बताया कि 'वर्तमान समय में उच्च शिक्षा के साथ तकनीकि शिक्षा भी बेहद आवश्यक हो गई है. बिना तकनीकि जानकारी के महज किताबी ज्ञान के भरोसे भविष्य को संवारना मुश्किल होता है'.

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स्वच्छता को अपनाने की अपील की
उन्होंने स्वच्छता पर चर्चा करते हुए कहा कि 'सिर्फ नारे लगाने और होर्डिंग पकड़ कर रैली निकालने से ही स्वच्छता नहीं आएगी. इसके लिए आवश्यक है कि हम स्वच्छता को अपनी चरित्र और जीवन में आत्मसात करें. स्वच्छता की शुरूआत अपने घर से करते हुए गांव, स्कूल और पूरे समाज में विस्तृत करने के प्रयास से सभी को मिल करना होगा.

Intro:
जशपुर:- बच्चों केरियर के प्रति जागरूक करने के उदेश्य से रूसा के सहयोग से राष्ट्रीय उत्कर्ष शिक्षा मिशन ओर स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन केडीएस उच्च माध्यमिक विद्यालय में किया गया, आयोजन में जिले शासकीय एनईएस महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने विद्यार्थियों को हायर सेकेण्डरी उत्तीर्ण करने के बाद महाविद्यालय में प्रवेश लेने की प्रक्रिया की जानकारी के साथ आगे के कैरियर के संभावित विकल्पों की जानकारी दी एवं स्वच्छता को आत्मसात कर चरित्र में उतारने की अपील भी की।


Body:रूसा के सहयोग से चलाये जा रहे राष्ट्रीय उत्कर्ष शिक्षा मिशन कार्यक्रम के द्वारा बच्चों को आने भविष्य के प्रति जागरूक करने का काम किया जा रहा है, कार्यक्रम में आये एनईएस महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने
कहा कि हाई स्कूल ओर हायर सेकेण्डरी के बाद उच्च शिक्षा की दिशा तय करने में युवाओं को अक्सर कठिनाई का सामना करना पड़ता है। अक्सर युवाओं के मन में दुविधा रहती है कि वे रोजगार की ओर आगे बढ़े या उच्च शिक्षा को प्राथमिकता दें। सह मार्गदर्शन के अभाव में युवा तकनीकि शिक्षा को अपनाने से भी चूक जाते हैं। उन्होनें कहा कि जहां भी असमंजस की स्थिति हो,वे चर्चा करने से ना झिझके। जब तक वे अपनी समस्याओं के संबंध में अपने घर,गांव,स्कूल या मित्रों व रिश्तेदारों से खुल कर चर्चा नहीं करेगें,दुविधा दूर नहीं होगी। उन्होनें बताया कि वर्तमान समय में उच्च शिक्षा के साथ तकनीकि शिक्षा भी बेहद आवश्यक हो गया है। बिना तकनीकि जानकारी के सिर्फ किताबी ज्ञान के भरोसे भविष्य को संवारना बेहद दुष्कर साबित होता। रोजगार के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ रही है। इसलिए सफलता के अधिक गंभीरता से प्रयास कर अधिक से अधिक ज्ञान जुटाने की आवश्यक है।

Conclusion:उन्होनें स्वच्छता की चर्चा करते हुए कहा कि सिर्फ नारे लगाने और होर्डिंग पकड़ कर रैली निकालने से ही स्वच्छता नहीं आ सकती। इसके लिए आवश्यक है कि हम स्वच्छता को अपनी चरित्र और जीवन में आत्मसात करे। स्वच्छता की शुरूआत अपने घर से करते हुए गांव,स्कूल होते हुए पूरे समाज में विस्तृत करने का प्रयास सभी को मिल करना होगा।

बाइट डॉ विजय रक्षित प्रचार्य एनईऐस महाविद्यालय जशपुर


तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर
Last Updated : Oct 5, 2019, 7:56 PM IST
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