जशपुर: पत्थलगांव मामले (Pathalgaon case) में मुख्य गांजा तस्करी के मास्टर माइंड (master mind of ganja smuggling) को जशपुर पुलिस की विशेष टीम ने मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद मास्टरमाइंड पिंटू उर्फ कृष्णकांत ने बताया कि किस तरह चार हजार किलो गांजा ओडिशा से खरीदकर मध्य प्रदेश में 12 हजार रुपये किलो में खपाता था और इस तरह नशे का जाल मध्यप्रदेश में फैला रहा था.
मध्य प्रदेश के सिंगरौली से गिरफ्तार मास्टरमाइंड
घटना के संबंध में जशपुर एसपी विजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्थलगांव में 15 अक्टूबर को गांजे से भरे वाहन ने लोगों को रौंद दिया था. जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी.उन्होंने बताया कि पुलिस ने पहले गांजा तस्करी करने वाले दो आरोपी बबलू विश्वकर्मा और शिशुपाल साहू से पूछताछ की थी. जिसमें आरोपियों ने बताया था कि पिंटू उर्फ कृष्णकांत वैश्य लंबे समय से गांजा तस्करी का करता आ रहा है.
एमपी जाकर पुलिस ने किया गिरफ्तार
आरोपियों के बयान के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम आरोपी की तलाश करने के लिए मध्यप्रदेश के सिंगरौली पहुंची और वहां आरोपी के घर में दबिश देकर पिंटू उर्फ कृष्णकांत वैश्य को हिरासत में लिया गया. उन्होंने बताया कि आरोपी पिंटू उर्फ कृष्णकांत वैश्य के खिलाफ सिंगरौली जिले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं.
ओडिशा से गांजा लेकर एमपी में बेचता था आरोपी
एसपी ने बताया कि आरोपी पिछले 2 सालों से ओडिसा से 4 हजार रूपये प्रति किलोग्राम में गांजा लाकर 12 हजार रूपे प्रति किलोग्राम के दर से मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में विक्रय करता था. आरोपी गांजा तस्करी में अधिकतर छोटी-छोटी गाड़ियों का प्रयोग करता था. मामले में पुलिस ने धारा 20 (बी) एनडीपीएस के तहत आरोपी पिंटू उर्फ कृष्णकांत वैश्य उम्र 21 वर्ष निवासी बरगवां जिला सिंगरौली, मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया.
'गांजागढ़' बन गया है छत्तीसगढ़: बीजेपी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. केदार कश्यप ने प्रदेश की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून की स्थिति काफी बदतर होती जा रही है और प्रदेश के मंत्री और मुख्यमंत्री गांधी परिवार को खुश करने में लगे हुए हैं. छत्तीसगढ़ गांजा का गढ़ बन गया है. बीते दिनों पत्थलगांव में हुए हादसे को लेकर कहा कि उड़ीसा से लगातार गांजा और हेरोइन की तस्करी की जा रही है लेकिन सरकार इसे रोकने के बजाय तस्करों को संरक्षण प्रदान कर रही है.