जशपुर : आदिवासी बाहूल्य क्षेत्रों से बड़े शहरों में काम दिलवाने के नाम पर मानव तस्करी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. पत्थलगांव थाना क्षेत्र में 5 युवक दलाल के झांसे में आकर मानव तस्करी का शिकार हो गए. 4 युवक अपनी जान बचाकर लौटने में कामयाब हुए, वहीं उनका एक साथी अभी भी ठेकेदार के चगुंल में फंसा हुआ है.
मामला पत्थलगांव थाना के ग्राम करमीटिकरा का है. जहां पुकार सिदार नाम के युवक ने गांव के चार युवकों को ओड़िसा के झारसुगुड़ा में काम दिलाने का वादा किया और अच्छी तनख्वाह मिलने की भी बात कही.
आरोपी ने युवकों को बोर खनन का काम दिलाने का वादा किया था. लेकिन उसने उन्हें झारसुगुड़ा के बजाए तमिलनाडु भेज दिया. वहां जाने में बाद ठेकेदार ने युवकों लगातार प्रताड़ित किया. जिससे परेशान होकर 4 युवक किसी तरह वहां से भाग निकले. लेकिन उनका एक नाबालिग साथी वहां से नहीं भाग पाया.
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ठेकेदार करता था प्रताड़ित
पीड़ित युवकों ने बताया कि 'उन्हें झारसुगुड़ा के बजाए तमिलनाडु भेज दिया गया. जहां उन्हें ठेकेदार ने बंदी बनाकर 1 महीने काम करवाया और उन्हें तनख्वाह तक नहीं दी. विरोध करने पर ठेकेदार उनसे मारपीट भी करता था. उन्हें न खाने की सुविधा थी न ही सोने की'.
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साथी को छुड़वाने पुलिस से लगाई गुहार
पीड़ित युवकों ने पत्थलगांव थाने में ठेकेदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है और अपने साथी को आरोपियों के चंगुल से जल्द छुड़वाने की गुहार लगाई है. पीड़ित युवकों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.