जशपुर : जिले में बढ़ते कोरोना के कहर ने इस बार होली की रंगत फीकी कर दी है. रंग और गुलाल का अच्छा व्यवसाय होने की उम्मीद लिए बैठे व्यवसायी उदास नजर आ रहे हैं. दुकानों में सन्नाटा पसरा है. इक्का-दुक्का ही ग्राहक दुकानों पर पहुंच रहे हैं. बीते साल की तुलना में इस बार रंग-गुलाल और पिचकारी की 25 फीसदी ही आवक हुई है. ग्राहकों की उम्मीद में बैठे व्यवसायियों ने रंगों की दुकानें तो सजा ली, लेकिन बाजार में पसरे हुए सन्नाटे ने उन्हें परेशान कर रखा है.
बेमेतरा: होली के बाजार पर कोरोना की मार
रंगों की बिक्री प्रभावित
शहर महावीर मंदिर चौराहे पर होली पर रंग-पिचकारी और गुलाल की दुकानें सजा करती हैं, लेकिन इस बार व्यवसायी दुकानें भी कम लगाए हैं. 25 फीसदी ही रंग सहित अन्य चीजों की आवक की हुई है. महावीर मंदिर चौक में रंगों की दुकान चलाने वाले अनिल राय ने बताया कि बीते कई साल से रंगों का कारोबार वह करते आ रहे हैं, लेकिन इस बार होली का माहौल अब तक उम्मीद के मुताबिक नहीं बन पाया. कोरोना संकट की वजह से लगातार दूसरा साल कारोबार प्रभावित हो रहा है. बीते वर्ष भी होली से पहले ही देश में कोरोना की आहट शुरू हो जाने से बिक्री प्रभावित हो गई थी. उन्होंने बताया कि रंग गुलाल और अबीर की कीमतें बीते वर्ष की तरह इस वर्ष कम है. चाइनीज उत्पादों के बाजार से गायब हो जाने से स्थानीय उत्पादकों इसका सीधा लाभ मिल रहा है.