जशपुर : जिले में धान बेचने के बाद अब किसान अपने हक के रुपये के लिए अपेक्स बैंक के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. बैंक की बदहाल व्यवस्था का हर्जाना बुजुर्ग ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर ग्रामीण अपेक्स बैंक पहुंचते हैं इसके बाद निराशा ही उनके हाथ लगती है. बैंक के अधिकारी कुछ ना कुछ अड़चने लगाकर ग्रामीणों को वापस लौटा देते हैं.
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100 किलोमीटर का सफर
एक बुजुर्ग महिला करीबन 100 किलोमीटर दूर फरसाबहार तहसील के ग्राम पंचायत तुमला से जशपुर पहुंची थी. धान खरीदी केंद्र में बेचे गए धान के रुपये लेने की उम्मीद में अपने पोते केसर कालो के साथ मोटरसाइकिल में बैंक पहुंची, लेकिन बैंक के अधिकारियों ने भीड़ होने का हवाला देकर उन्हें 4 दिन बाद फिर आने को कह दिया.
भुगतान नहीं हो पाया जमा
केसर कालो ने बताया कि कौनपारा मंडी में उन्होंने लगभग 55 क्विंटल धान बेचा था. धान बेचने के बाद इसका भुगतान लेने के लिए बुजुर्ग महिला को लेकर 100 किलोमीटर का सफर तय कर तूमला से जशपुर पहुंचा था. धान बेचने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया के दौरान ही अपेक्स बैंक जशपुर शाखा में खाता खोलने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन जशपुर पहुंचते ही पता चला कि अपेक्स बैंक के खाते में उसके बेचे गए धान का भुगतान जमा नहीं हो पाया था. भुगतान जमा होने में क्या दिक्कत आ रही है पूछने पर कर्मचारियों ने बैंक में भीड़ होने की बात कहकर चार दिन बाद वापस आने कहा है.
जिले में सिर्फ दो शाखा
किसानों के वित्तीय लेनदेन की विशेष सुधार के लिए अपेक्स बैंक की सुविधाएं जशपुर में उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन जिले में सिर्फ दो ही शाखाएं संचालित है. इस वजह से ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है. अपेक्स बैंक के शाखा प्रबंधक एलेग्जेंडर किंडो ने कहा कि प्रकरण रायपुर भेज दिया गया है. खाते में परिवर्तन नहीं होगा उपार्जन समिति से जानकारी लेकर आने की सलाह संबंधित महिला को दी गई है.