जशपुर: जिले में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन 15 अक्टूबर से होने वाला है. प्रशासन इस प्रतियोगिता की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. इस खेल प्रतियोगिता में प्रदेश के लगभग 14 सौ खिलाड़ी भाग लेंगे. लेकिन आयोजन के लिए खेल मैदान की व्यवस्था करने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं.
बारिश की वजह मैदान हुआ खराब
शहर के दो बड़े मैदानों की बदहाल स्थिति ने आयोजकों की मुश्किलें बढ़ा दी है. रणजीता स्टेडियम दशहरा त्योहार के बाद से बदतर स्थिति में पड़ा है. वहीं शासकीय एनईएस महाविद्यालय के ग्राउंड में पानी भरा हुआ है. खेल मैदान के साथ ही खिलाड़ियों के आवास और परिवहन व्यवस्था करने में भी अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है.
मैदान में पसरा अव्यवस्था का आलम
प्रशासन के पास खेलों को आयोजित कराने के लिए दो बड़े मैदान हैं. इनमें से एक रणजीता स्टेडियम और दूसरा शत्रुजंय प्रताप सिंह जूदेव स्मृति स्टेडियम है. दोनों ही स्टेडियम को सर्वसुविधा युक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार लाखों रुपये खर्च कर चुकी है. लेकिन स्टेडियम की स्थिति जस की तस है. रणजीता स्टेडियम में दर्शकों के बैठने की जगह के साथ खिलाड़ियों के ड्रेसिंग और शौचालय की सुविधा के लिए किया गया तमाम निर्माण कार्य असामाजिक तत्वों का शिकार हो चुका है. वहीं शत्रुंजय प्रताप सिंह ग्राउंड में चारों ओर बारिश का पानी भरा हुआ है.
प्रशासन ने बदली आयोजन की जगह
अब मैदान की दुर्दशा को देखते हुए प्रशासन ने इस मैदान को आयोजन से दूर रखने का फैसला लिया है, विकल्प के तौर पर दो निजी शैक्षणिक संस्थाओं के मैदान में खेलों का आयोजन करने की तैयारी में है. DEO एन कुजूर ने बताया कि रणजीत स्टेडियम में फुटबॉल और खोखो का आयोजन किया जा सकता है, लेकिन हॉकी के आयोजन के लिए ये मैदान ठीक नहीं है. इसलिए घोलेंग के हॉलीक्रॉस स्कूल और शहर के गम्हरिया रोड के सेंट जेवियर्स उच्च माध्यमिक विद्यालय (शांति भवन) के मैदान को खेल के लिए तैयार किया जा रहा है.